Edited By Vatika,Updated: 10 Jan, 2020 10:01 AM
पाकिस्तान में हो रहे अल्पसंख्यकों पर जुल्म अब हदें पार करने लग पडे़ हैं और केंद्र सरकार इसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
मानसा (मित्तल): पाकिस्तान में हो रहे अल्पसंख्यकों पर जुल्म अब हदें पार करने लग पडे़ हैं और केंद्र सरकार इसको किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। सिखों-हिन्दुओं व अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे जुल्मों कारण वहां अल्पसंख्यक लोगों की संख्या लगातार कम हो रही है।
अगर वहां के सिख, हिन्दु व ईसाई और अन्य अल्पसंख्यक के लोग अपने साथ हो रहे अमानवीय बर्ताव से तंग आकर भारत में शरण लेते हैं, तो कांग्रेस व अन्य विरोधी पार्टियां इसका विरोध करके अपनी राजनीति खेलती हैं। ये दोष केंद्रीय फूड प्रोसैसिंग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने जिले के गांव मंदिरां, मंघाणियां, गुडद्दी आदि गांवों में अफसोस करने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से आए बहुत-से हिंदू व सिख परिवार पिछली 3 पीढ़ियों से भारत में रह रहे हैं परन्तु भारतीय नागरिकता न मिलने कारण उनको बहुत-सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर पथराव करने पर सिख पत्रकार के भाई का कत्ल करने की घटना, अल्पसंख्यक लोगों पर होने वाले जुल्म बडे़ उदाहरण हैं परन्तु विरोधी पार्टियां अभी भी अपनी संकुचित राजनीति के लिए पाकिस्तान की ही बोली बोल रही हैं। उन्होंने पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को खाली खजाना मंत्री का नाम देते हुए कहा कि उसकी न काबिलियत कारण समाज का हर वर्ग सरकार से दुखी है।