Edited By Vatika,Updated: 11 Jan, 2019 03:54 PM
1984 में कांग्रेस की तरफ से करवाए गए दंगों दौरान अनेक श्री गुरुद्वारा साहिब को क्षतिगस्त करने व अग्नि भेंट करने वाले कांग्रेस के कुछ लोगों को अकाली दल ने 34 साल की लम्बी लड़ाई के बाद जेलों में पहुंचाया है, जबकि कांग्रेस प्रधान राहुल गांधी कहते आ रहे...
मानसा(जस्सल): 1984 में कांग्रेस की तरफ से करवाए गए दंगों दौरान अनेक श्री गुरुद्वारा साहिब को क्षतिगस्त करने व अग्नि भेंट करने वाले कांग्रेस के कुछ लोगों को अकाली दल ने 34 साल की लम्बी लड़ाई के बाद जेलों में पहुंचाया है, जबकि कांग्रेस प्रधान राहुल गांधी कहते आ रहे थे कि इसके पीछे कांग्रेस का कोई हाथ नहीं था। इससे सिद्ध होता है कि पिछले लम्बे अरसे से केंद्र में समय-समय की कांग्रेस सरकारें इन कातिल कांग्रेसियों को बचाती आ रही थीं।
इस बात का प्रगटावा आज मानसा जिले में अपनी फेरी दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत करते केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने किया। उन्होंने कहा कि अकाली दल ने लम्बी लड़ाई के बाद सिखों के कातिल सज्जन कुमार को जेल पहुंचाया। पंजाब में सरकारी धरनों में बैठने वाले किसी भी धार्मिक नेता ने सज्जन कुमार को सजा देने के मामले पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की, क्योंकि यह सब कांग्रेस पार्टी से मिले हुए हैं। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने सेवामुक्त जस्टिस जोरा सिंह की तरफ से आम आदमी पार्टी में शामिल होकर बरगाड़ी बेअदबी मामले में तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराने पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते कहा कि जिस समय वह जांच कर रहे थे उनको यह याद क्यों नहीं आई? परंतु आज आम आदमी पार्टी की टिकट पर राज्य में चुनाव लडऩे के इच्छुक पूर्व जस्टिस जोरा सिंह अकाली भाजपा पर दोष लगा कर हीरो बनना चाहते हैं, लेकिन राज्य के लोग भलीभांति जानते हैं कि बेअदबी मामले में कौन दोषी है?
उन्होंने दोष लगाया कि आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस की बी टीम के तौर पर काम कर रही है, जिसने दिल्ली में कांग्रेस की मदद से अपनी सरकार बनाई थी और अब लोक सभा चुनाव में भी इनका गठजोड़ होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये सब पार्टियां कांग्रेस के साथ मिलकर श्री अकाल तख्त साहिब व अकाली दल को कमजोर करने की साजिशें रच रही हैं परंतु अकाली दल पार्टी को कोई भी कमजोर नहीं कर सकता। इस मौके उनके साथ पूर्व संसदीय सचिव जगदीप सिंह नकई, जिला प्रधान गुरमेल सिंह फफड़े, प्रेम अरोड़ा, डा. निशान सिंह आदि उपस्थित थे।