Edited By swetha,Updated: 14 Jul, 2018 04:13 PM
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध नशामुक्ति केंद्र में रेड कर बंदी बनाए 23 मरीजों को मुक्त करवाया। इस दौरान टीम ने रिकॉर्ड व सामान जब्त कर लिया है। मरीजों का आरोप है कि केंद्र में उन्हें रोज पीटा जाता था। उक्त नशा मुक्ति केंद्र एकता फाउंडेशन के नाम से...
संगरूर/पटियालाःस्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध नशामुक्ति केंद्र में रेड कर बंदी बनाए 23 मरीजों को मुक्त करवाया। इस दौरान टीम ने रिकॉर्ड व सामान जब्त कर लिया है। मरीजों का आरोप है कि केंद्र में उन्हें रोज पीटा जाता था। उक्त नशा मुक्ति केंद्र एकता फाउंडेशन के नाम से गांव राम नगर सीबिया के बस स्टैंड के पास स्थित एक कोठी में चल रहा था। टीम ने सूचना पर शुक्रवार सुबह 11 बजे रेड की। पता चलते ही संचालकों ने सभी मरीजों को साथ की कोठी में बंद कर दिया और भाग निकले। टीम की कार्रवाई शाम 6 बजे तक चली।
सिविल सर्जन डॉ. मनजीत सिंह ने कहा, शिकायत पर 10 से अधिक अधिकारियों की टीम के साथ रेड की। अवैध केंद्र में मरीजों को बांधकर मारपीट करने की बात सामने आई है। मरीज अधिक नशे के आदी नहीं हैं। पुलिस ने हरविन्द्र सिंह निवासी गगड़पुर सहित उसके साथियों पर बंधक बनाकर रखने और ठगी का मामला दर्ज किया है। नाभा के दविंद्र सिंह ने बताया, उसे शराब की लत थी। 13 जुलाई की रात को
उसे जबरी घर से उठा ले गए थे। दो दिन अंधेरे कमरे में रखा गया।
खाना खाने को 1 मिनट, नहाने को 3 मिनट और शौच के लिए भी 3 मिनट देते थे। यदि कोई मरीज अधिक समय लेता था तो उसे पीटते थे।संगरूर के कुलदीप ने बताया, उसे 5 से अधिक बार पीटा गया। खाने को खराब सब्जी देते थे। संचालक कपड़े धुलवाते थे। समाना के गांव साहिजपुर खुर्द के गुरचरण सिंह ने बताया, वह 35 दिनों से यहां बंद है। उसे 10 घंटे तक दीवार की तरफ मुंह करके बिठा दिया जाता था। हिलने पर पीटा जाता था। घरवाले जब मिलने आते तो सी.सी.टी.वी. में उसकी फोटो दिखा दी जाती थी।