स्कूलों समक्ष जलाई पंजाब सरकार की अर्थियां

Edited By bharti,Updated: 19 Oct, 2018 10:18 AM

punjab government s litmusions lit up

7 अक्तूबर से पटियाला दुख निवारण गुरुद्वारा साहिब के सामने सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे मोर्चे...

बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): 7 अक्तूबर से पटियाला दुख निवारण गुरुद्वारा साहिब के सामने सांझा अध्यापक मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे मोर्चे में मरण व्रत पर बैठे 11 अध्यापकों और 6 महिला अध्यापकों की हालत बिगडऩे और 11वें दिन तक भी पंजाब सरकार की तरफ से अध्यापकों की मांगों का हल न करने के रोष के तौर पर राज्य स्तरीय फैसले अनुसार अध्यापकों की तरफ से काला सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत आज छुट्टी के बाद अलग-अलग स्कूलों के समूह स्टाफ की तरफ से विद्यार्थियों, माता-पिता, समिति सदस्यों,क्लबों और गांव वासियों के सहयोग से स्कूलों के सामने पंजाब सरकार की अर्थियां फूंकी गई और पंजाब सरकार खिलाफ नारेबाजी की गई।जानकारी देते सांझा अध्यापक मोर्चा के नेता सिकन्दर सिंह, गुरमीत सुखपुर, हरिंदर सिंह, निर्मल चुहाणके,सुखविंदर भंडारी,लखवीर ठुल्लीवाल और परमिन्दर काहनेके ने बताया कि आज समूह अध्यापकों की तरफ से स.स.स.स. भदौड़ लड़के,स.प्र.स. और हाई स्कूल ताजोके,स.प्र.स. स्कूल उगोके दोनों और हाई स्कूल के गेट समक्ष स्कूल समय के बाद पंजाब सरकार की अर्थियां जलाई गईं। नेताओं ने बताया कि अध्यापकों के वेतन में कटौतियों के फैसले पर कोई हल करने की बजाय जहां पंजाब सरकार संघर्ष कर रहे अध्यापक नेताओं की मुअत्तलियां करके सख्ती इस्तेमाल कर रही है, वहीं अध्यापकों में इस प्रति पंजाब सरकार खिलाफ गुस्सा दिन प्रतिदिन और प्रचंड हो रहा है।

जिस कारण अब यह मुद्दा सिर्फ अध्यापकों के वेतनों का ही नहीं रहा बल्कि सरकारी शिक्षा और सरकारी स्कूलों को बचाने का बन चुका है, क्योंकि पंजाब सरकारअध्यापकों के वेतन में कटौतियां करके जहां अध्यापकों को आर्थिक  और मानसिक संकट का शिकार बना कर स्कूलों में पढ़ाई का माहौल खराब कर रही है, वहीं सरकारी स्कूलों को निजी हाथों में देकर गरीब बच्चों से पढ़ाई का हक छीनने का यत्न कर रही है, जिसको पंजाब के अध्यापक और इन्साफ पसंद लोग कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। नेताओं ने पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पंजाब सरकार ने अध्यापकों की मांगों का जल्द कोई हल न निकाला और मरण व्रत पर बैठे किसी भी अध्यापक का किसी किस्म का कोई नुक्सान होता है तो इसकी जिम्मेदार पंजाब सरकार होगी।

अंत में नेताओं ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह खुद अध्यापकों की मांगों की तरफ ध्यान देकर तुरंत उनको पूरा करें। यदि पंजाब सरकार ने अध्यापकों की मांगों की तरफ ध्यान न दिया तो 21 अक्तूबर को किसान, मजदूर, मुलाजिम, विद्यार्थी, इंकलाबी,स्त्री और जनतक जत्थेबंदियों के साथ पटियाला में विशाल रैली की जाएगी, जो पंजाब सरकार की जड़ें हिलाकर रख देगी। इस मौके अध्यापक नेता राजीव कुमार, दविन्दर सिंह, निर्मल सिंह,राजन गुप्ता, पलविन्दर ठीकरीवाला,मनोहर लाल पंच,गुरप्रीत शैहना, निर्मल सिंह, हरजिन्दर सिंह, चन्द सिंह, जीत सिंह, सिन्दर सिंह आदि के अलावा बड़ी संख्या में नगर निवासी आदि उपस्थित थे।

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