Edited By swetha,Updated: 20 Jun, 2019 10:03 AM
बस स्टैंड में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारी ई.ओ. रविंदर कुमार, ड्यूटी मैजिस्ट्रेट प्रबोध शर्मा तथा थाना सिटी के इंचार्ज गुरवीर सिंह भारी पुलिस फोर्स लेकर बस स्टैंड में लगी रेहडिय़ों को उठवाने लगे।
बरनाला(विवेक सिंधवानी,गोयल): बस स्टैंड में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारी ई.ओ. रविंदर कुमार, ड्यूटी मैजिस्ट्रेट प्रबोध शर्मा तथा थाना सिटी के इंचार्ज गुरवीर सिंह भारी पुलिस फोर्स लेकर बस स्टैंड में लगी रेहडिय़ों को उठवाने लगे। इस बात का रेहड़ी तथा बूथ वाले विरोध करने लगे। 2 रेहड़ी वालों ने तो अपने ऊपर तेल भी छिड़क लिया तथा आग लगाने को तैयार हो गए व मरने की चेतावनी दी। तब थाना सिटी के इंचार्ज गुरवीर सिंह ने उनको समझा बुझा कर मनाया तथा कहा कि आप 4 बजे दफ्तर आ जाओ। वहां पर बातचीत करेंगे।
खोखे/रेहडिय़ां लगने के कारण बस स्टैंड की कंटीन नही चढ़ रही थी ठेके पर : ई.ओ.
बातचीत करते हुए नगर सुधार ट्रस्ट के ई.ओ. रविंदर कुमार ने कहा कि खोखे-रेहडिय़ां लगने के कारण बस स्टैंड की कंटीन का ठेका नही चढ़ रहा था जिस कारण ट्रस्ट को महीने का लगभग 4 लाख रुपए का नुक्सान हो रहा था। कुछ लोग ठेका लेने वालों को धमकियां भी दे रहे थे कि यदि आपने कंटीन का ठेका लिया तो हमसे बुरा कोई नही होगा। इसी मजबूरीवश आज हमने अवैध तौर पर लग रही रेहडिय़ां व खोखे हटवाए हैं। जो रेहड़ी वाले पैसे लेकर रेहडिय़ां लगवाने की बात कह रहे हैं, वह सरासर झूठ है। इन आरोपों में कोई सच्चाई नही।
हमारी रोजी-रोटी तो छिन गई, अब मर जाना ही बेहतर
बातचीत करते हुए अवतार सिंह तथा काका सिंह परांठे वाले ने कहा कि हमारे 3-4 बच्चे हैं। इन बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए हम रेहड़ी लगाकर अपना गुजारा करते हैं परंतु नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारियों ने जबरदस्ती हमारी रेहडिय़ां व खोखे उठवा दिए हैं। अब हमारी रोजी-रोटी छिन गई। हम अपने बच्चों का पालन-पोषण कैसे करेंगे, इसलिए अब तो मर जाना ही बेहतर है। इसी कारण हम अपने ऊपर तेल डालकर आग लगा रहे हैं। हमारी मौत के जिम्मेदार ट्रस्ट के अधिकारी होंगे।
हम फल तथा खाने वाली चीजें बेचते हैं, अफीम-भुक्की नहीं
बातचीत करते हुए यशपाल ने कहा कि हम रोजी-रोटी कमाने के लिए फल व खाने-पीने वाली चीजें बेचते हैं, अफीम-भुक्की नहीं। हमारी रेहडिय़ां तो ऐसे उठवा दी गई जैसे हम नशा बेचते हों जबकि सरकार को चाहिए कि जो सही ढंग से रोजी-रोटी कमाता है, उसकी हौसला अफजाई करे। इस मामले में अधिकारी अपनी शक्ति का अवैध प्रयोग कर रहे हैं। अब हमें अपने परिवार की ङ्क्षचता सता रही है कि उनका गुजारा कैसे करेंगे।
पहले तो पैसे लेकर रेहडिय़ां लगवा दी, अब उठवा रहे हैं
नगर सुधार ट्रस्ट के अधिकारियों पर कथित तौर पर आरोप लगाते हुए राजविंदर सिंह ने कहा कि पहले तो पैसे लेकर हमारी रेहडिय़ां यहां पर लगवा दी गई, अब वे इन्हें हटवा रहे हैं। हमारे पैसे हजम कर गए और हमें बेरोजगार कर दिया। जिन लोगों ने पैसे लिए हैं, उनके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। तभी हमारे मन को सुकून मिलेगा।