Edited By Vatika,Updated: 28 Apr, 2018 09:15 AM
पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब मंत्रिमंडल में पार्टी की सीनियरता को नजरअंदाज करके जो वृद्धि की गई है, उसके कांग्रेस पार्टी में ही बुरे परिणाम निकलेंगे।
सुनाम ऊधम सिंह वाला(मंगला): पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री परमिंद्र सिंह ढींडसा ने आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पंजाब मंत्रिमंडल में पार्टी की सीनियरता को नजरअंदाज करके जो वृद्धि की गई है, उसके कांग्रेस पार्टी में ही बुरे परिणाम निकलेंगे।
ढींडसा ने कहा कि जिस सरकार के प्रतिनिधि यह कह रहे हों कि वह सरकार से किसानों को मुआवजा नहीं दिला सकते व उनकी फसलों के नुक्सान की भरपाई लोगों से इकट्ठा करके किसानों को दी जाए, ऐसी सरकार का कोई अस्तित्व नहीं है। वह सरकार किसान हिती कैसे हो सकती है। किसानों को फसल के हुए नुक्सान के बदले किसानों को गेहूं व तूड़ी इकट्ठी करके देने के बयान जो एक कांग्रेसी विधायक ने दिए हैं, उससे सिद्ध होता है कि वह किसानों की फसल का मुआवजा सरकार से दिला पाने में असमर्थ है। उन्होंने कहा कि सरकार हर पक्ष से फेल हो चुकी है।
एक अन्य प्रश्र के जवाब में ढींडसा ने कहा कि पंजाब जो अकाली-भाजपा सरकार के समय बिजली के क्षेत्र में सरप्लस स्टेट थी, अब पंजाब में बड़ा पावर प्लांट बंद होने के कारण बिजली उत्पादन में सरप्लस स्टेट नहीं रही। इस कारण सरकार के प्रतिनिधि बिजली उत्पादन बढ़ाने की कोशिश करने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब को लोग गर्मियों में बड़े बिजली कटों के लिए तैयार रहें और किसानों को भी 8 घंटे निरंतर बिजली आपूर्ति नहीं होगी तथा धान के सीजन में किसान परेशान होंगे।