Edited By bharti,Updated: 21 Aug, 2018 02:00 PM
गत 10 वर्षों से पूरे पारदर्शी ढंग से पंजाब स्तर की मैरिट के आधार पर भर्ती हुए...
बरनाला (सिंधवानी,गोयल): गत 10 वर्षों से पूरे पारदर्शी ढंग से पंजाब स्तर की मैरिट के आधार पर भर्ती हुए एस.एस.ए./रमसा अध्यापकों को सरकार ने रैगुलर तो क्या करना था, बल्कि गत 3 महीनों से इन अध्यापकों को वेतन भी नसीब नहीं हुआ, जिस कारण अध्यापक आर्थिक व मानसिक परेशानी का सामना कर रहे हैं।
जिला प्रधान निर्मल चुहानके व जिला जनरल सचिव सुखदीप तपा ने बताया कि अपने चुनावी वायदे अनुसार पूरे स्केल व शिक्षा विभाग में रैगुलर करने से टाल-मटोल कर टाइम पास कर रही पंजाब सरकार से समय पर अध्यापकों के वेतन भी नहीं दिए जा रहे। इस मौके पर नेताओं ने कहा कि शिक्षा का निजीकरण करने के रास्ते चली सरकार द्वारा जहां सरकारी स्कूलों को आने वाली ग्रांटों में भारी कटौती कर स्कूलों की दशा बिगड़ी है, जिस कारण पढ़े-लिखे नौजवान सरकारी नौकरियां प्राप्त करने के स्थान पर विदेशों को जा रहे हैं व सरकार धीरे-धीरे सरकारी सैक्टर खत्म कर रही है। अंत में नेताओं ने मांग की कि अध्यापकों के रुके हुए वेतन तुरंत जारी किए जाएं व अध्यापकों को पूरे वेतन स्केलों पर शिक्षा विभाग में रैगुलर किया जाए। इस अवसर पर राजिंद्र मूलोवाल, सुखदेव भदौड़, अमृत हरिगढ़, कमलदीप बरनाला, पलविंद्र ठीकरीवाला व सोहन बरनाला आदि उपस्थित थे।