Edited By swetha,Updated: 11 Sep, 2018 08:41 AM
जिला कांग्रेस द्वारा पैट्रोलियम पदार्थों की कीमतों के विरोध में दी गई बंद की काल का मिला-जुला असर देखने को मिला। कांग्रेसी वर्करों द्वारा भगत सिंह की प्रतिमा के आगे से रोष मार्च शुरू किया गया जोकि विभिन्न बाजारों में से होकर निकला। इस दौरान...
बरनाला(विवेक सिंधवानी,गोयल): जिला कांग्रेस द्वारा पैट्रोलियम पदार्थों की कीमतों के विरोध में दी गई बंद की काल का मिला-जुला असर देखने को मिला। कांग्रेसी वर्करों द्वारा भगत सिंह की प्रतिमा के आगे से रोष मार्च शुरू किया गया जोकि विभिन्न बाजारों में से होकर निकला। इस दौरान कांग्रेसी वर्कर केंद्र की मोदी सरकार विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
रोष मार्च से पहले बाजार खुले पड़े थे यहां तक कि कई बड़े कांग्रेसी नेताओं की दुकानें भी खुली पड़ी थी। जब कांग्रेसी वर्कर शहर में से रोष मार्च कर रहे थे तो उस दौरान कुछ समय के लिए बाजार बंद हो गया। जब कांग्रेसी वर्करों का रोष मार्च खत्म हो गया तो बाजार फिर से खुल गए। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष केवल सिंह ढिल्लों के राजनीतिक सचिव गुरजीत बराड़, जिला कांग्रेस के प्रधान मक्खन शर्मा और यूथ कांग्रेस के प्रधान डिम्पल उप्पली ने संयुक्त रूप से कहा कि जब केंद्र में यू.पी.ए. सरकार थी तो कच्चे तेल की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 120-125 डालर के करीब थी अब कच्चे तेल की कीमतें आधी घटकर 68 डालर के करीब आ चुकी हैं परंतु सरकार ने पैट्रोलियम उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी बहुत बढ़ा दी है इस कारण पैट्रोलियम पदार्थों की कीमतें अब तक के इतिहास में सबसे अधिक हैं। केवल चंद उद्योगपतियों को ही केन्द्र सरकार द्वारा लाभ पहुंचाया जा रहा है देश के अरबों लोगों की सरकार को कोई ङ्क्षचता नहीं है। पिछले 10 वर्ष के कार्यकाल के दौरान जिले में विकास कार्य ठप्प पड़े थे अब पंजाब कांग्रेस के उपाध्यक्ष केवल सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में जिला बरनाला में विकास कार्यों को फिर से शुरू किया गया है।
इस मौके पर किंग्ज ग्रुप के चेयरमैन हरदेव सिंह लीला, ब्लाक कांग्रेस के प्रधान मुनीष काका अलालां वाले, कौंसलर महेश लोटा, राजू चौधरी, नरिंद्र शर्मा, जिला महिला कांग्रेस की प्रधान सुखजीत कौर सुक्खी, व्यापार मंडल के प्रधान नैब सिंह काला, नरिंद्र चोपड़ा, महंत गुरमीत सिंह ठीकरीवाला, उपाध्यक्ष वरुण बत्ता, राजू चौधरी, सीनियर कांग्रेसी नेता नरिंद्र शर्मा आदि हाजिर थे। वहीं पैट्रोल,डीजल व रसोई गैस के मूल्यों में वृद्धि करने पर भारत बंद का समर्थन करते सीटू वर्करों ने केन्द्र की मोदी सरकार का पुतला जलाया और वाल्मीकि चौक में रोष मार्च किया। उन्होंने मांग की कि डीजल, पैट्रोल व रसोई गैस को तुरंत जी.एस.टी. के घेरे में शामिल करके कीमतों को घटाया जाए।