Edited By swetha,Updated: 22 Sep, 2018 04:08 PM
यदि आप अपनी आदतों को आलस भरपूर बना रहे हो तो आप पीठ दर्द का शिकार हो सकते हैं। यह पीठ दर्द आपके लिए बहुत नुक्सानदेह साबित हो सकता है। ये शब्द डा. पूनम स्याल ने कहे। सरकारी डिस्पैंसरी में काम करते लोगों की सेवा कर रहे डा. पूनम स्याल ने बताया कि पीठ...
पटियाला(परमीत) : यदि आप अपनी आदतों को आलस भरपूर बना रहे हो तो आप पीठ दर्द का शिकार हो सकते हैं। यह पीठ दर्द आपके लिए बहुत नुक्सानदेह साबित हो सकता है। ये शब्द डा. पूनम स्याल ने कहे। सरकारी डिस्पैंसरी में काम करते लोगों की सेवा कर रहे डा. पूनम स्याल ने बताया कि पीठ दर्द के कई कारण हो सकते हैं जिनमें आलस भरपूर जीवनशैली, कमजोर शारीरिक फिटनैस, बुढ़ापा, मोटापा, शरीर का भारी होना, गलत तरीके से रैगुलर कसरत करने के अलावा ऐसी मैडीकल कंडीशन जिसमें मरीज को गठिया या कैंसर की शिकायत हो।
महिलाओं में रोग ज्यादा, कैसे मिले छुटकारा
पीठ दर्द की समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में कहीं ज्यादा देखने को मिलती है। इसका एक कारण जहां हार्मोनल फैक्टर हैं, वहीं पुरुषों के मुकाबले महिलाएं टैंशन अधिक लेती हैं। कई बार पीठ दर्द अपने आप ठीक हो जाता है परंतु यदि ज्यादा देर पीठ दर्द हो तो डाक्टर की सलाह लेनी बहुत जरूरी है। खास तौर पर शरीर का भार कम हो जाए, बुखार, पीठ में दर्द के साथ सोजिश, आराम करने के बावजूद भी दर्द रहना, दर्द नीचे घुटनों तक चले जाना, पेशाब करने में कठिनाई आदि के मामलों में तुरंत डाक्टर के साथ संपर्क करना चाहिए।
पीठ दर्द को अनदेखा न करो
डा. पूनम स्याल ने कहा कि महिलाएं हों या फिर पुरुष पीठ दर्द को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। हादसा होने या चोट लगने पर तुरंत डाक्टर के साथ संपर्क करो। बहुत से लोग यूरिक एसिड की मात्रा के हिसाब के साथ अपने शरीर का अंदाजा खुद ही लगाने पड़ते हैं, यह बहुत गलत है। शरीर की क्लीनिकली जांच जरूरी है। एक्स-रे के द्वारा हड्डियों के किसी भी फ्रैक्चर आदि का पता लगाया जा सकता है। नाडिय़ां, लिगामैंट, खून की धमनियों, मांसपेशियों आदि में कोई दर्द हो तो एम.आर.आई. करवाई जा सकती है। इसके अलावा व्यक्ति के लेटने के ढंग, जीवनशैली, डाइट आदि का भी इसमें अहम रोल होता है। हमें सैर के साथ-साथ हल्की कसरत या योगा निरंतर करना चाहिए। माहिर की देखरेख में फिजियोथैरेपी के द्वारा भी राहत पाई जा सकती है।