Edited By swetha,Updated: 15 Jan, 2019 11:09 AM
जिला एवं पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद न तो ड्रैगन डोर की बिक्री ही बंद हो पाई और न ही इसके साथ पतंगे उड़ाने वाले को रोका जा सका। ड्रैगन डोर का शिकार हुआ रमन इस कदर घायल हुआ कि उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
अमृतसर(संजीव): जिला एवं पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद न तो ड्रैगन डोर की बिक्री ही बंद हो पाई और न ही इसके साथ पतंगे उड़ाने वाले को रोका जा सका। ड्रैगन डोर का शिकार हुआ रमन इस कदर घायल हुआ कि उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
गत दिवस शाम 4 बजे के करीब वह श्री गुरु रामदास अस्पताल किसी का हाल चाल जानने के लिए एक्टिवा पर जा रहा था कि रास्तें में वह ड्रैगन डोर की चपेट में आ गया। डोर में इस कदर फंसा कि एक्टिवा के पीछे से सड़क पर जा गिरा और बुरी तरह घायल हो जाने पर वहीं दम तोड़ गया। यह जानकारी उसके जीजा माइकल ने दी। उन्होंने बताया कि रमन अपने दोस्त रोहित व रवि के साथ एक्टिवा पर सवार हो जा रहा था। पहले ड्रैगन डोर ने रवि को भी लपेट में लिया और उसके बाद वही डोर रमन के गले में अटक गई, जिस कारण वह एक्टिवा से सड़क पर गिर गया और उसकी मौत हो गई।