Edited By Vaneet,Updated: 09 May, 2018 05:40 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने गुरुद्वारा साहिबानों में कसम उठाने की प्रक्रियाओं के आदेशों पर ऐतराज जाहिर किया है। समिति....
चंडीगढ़/अमृतसर(रिशु): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने गुरुद्वारा साहिबानों में कसम उठाने की प्रक्रियाओं के आदेशों पर ऐतराज जाहिर किया है। समिति ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में पेश होकर कहा कि सिख पंथ के सिद्धांतों और मर्यादा मुताबिक गुरुद्वारा साहिब में जा कर कसम उठाने की कोई प्रथा नहीं है।
यह है मामला
वास्तव में अमृतसर के रहने वाले एक ही परिवार के दो गुटों के बीच लेनेदेने को लेकर झगड़ा हो गया। एक पक्ष ने अदालत में कहा कि वह खुद को सच्चा साबित करने के लिए गुरुद्वारा साहिब में जा कर कसम खाने को भी तैयार है। इस पर हाईकोर्ट ने वकील को लोकल कमिश्नर नियुक्त करके कसम चुकने के लिए कहा था और बुद्धवार तक रिपोर्ट मांगी थी। इस दौरान शिरोमणि समिति ने हाईकोर्ट में पेश हो कर सख्त ऐतराज जाहिर करते कहा कि कसम उठाने की प्रथा अदालतों तक ही सीमित रखनी चाहिए। अदालत ने अभी इस मामले पर फैसला करना है कि भविष्य में ऐसा आदेश अदालत की ओर से देना चाहिए या नहीं। हाईकोर्ट के एडवोकेट कवरजीत ने कहा कि अभी इस पर जज्जमैंट आनी बाकी है कि धार्मिक चिह्नों पर कसम उठाने की कार्यवाही अदालतों तक ही सीमित करनी चाहिए या नहीं।