Edited By Updated: 09 Apr, 2016 12:23 PM
ऐतिहासिक गुरुद्वारा शीशगंज साहिब में अदालती आदेश के बाद प्याऊ तोडऩे का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
नई दिल्ली (पांडेय): ऐतिहासिक गुरुद्वारा शीशगंज साहिब में अदालती आदेश के बाद प्याऊ तोडऩे का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। आज दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद सिख सियासत और गर्माती नजर आ रही है।
फैसले के बाद शिरोमणि अकाली दल एवं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक आपातकालीन कोर कमेटी की बैठक गुरुद्वारा बंगला साहिब में बुलाई जिसमें आगे की रणनीति पर बड़ा फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक बैठक में फैसला लिया गया कि शनिवार को दोपहर 1 बजे गुरुद्वारा शीशगंज साहिब में चढ़दी कला की अरदास की जाएगी। इसमें कमेटी प्रधान मंजीत सिंह जी.के. और महासचिव मनजिंद्र सिंह सिरसा खुद मौजूद रहेंगे।
इस दौरान दोनों नेता प्याऊ पर जाकर अदालत के आदेशों को ठेंगा दिखाने की कोशिश भी करेंगे। बैठक के बाद कमेटी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी.के. ने कहा कि हमें अपने गुरुद्वारे में जाने से कोई नहीं रोक सकता है। उनके मुताबिक पिछले 3 दिनों में जो कुछ भी हुआ हमने सिख संत समाज के सभी लोगों और कमेटी के सभी सदस्यों को बता दिया है। मंजीत सिंह जी.के. ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर प्याऊ को तोडऩे नहीं देंगे, चाहे उन्हें कोई कुर्बानी ही क्यों न देनी पड़े। उन्होंने कहा कि प्याऊ को बचाने के लिए वह अदालती आदेशों को चुनौती देने को तैयार हैं।