Edited By Updated: 10 Nov, 2015 05:24 PM
अमृतसर के गांव चब्बा में हुए सरबत खालसा के सफलतापूर्वक आयोजन के बाद मौजूदा पंथ नेताओं ने अगले साल बैसाखी वाले दिन सरबत खालसा बुलाने का ऐलान किया है।
अमृतसरः अमृतसर के गांव चब्बा में हुए सरबत खालसा के सफलतापूर्वक आयोजन के बाद मौजूदा पंथ नेताओं ने अगले साल बैसाखी वाले दिन सरबत खालसा बुलाने का ऐलान किया है।
इसके अलावा कौम के मामलों को सुलझाने के लिए 'वर्ल्ड सिख पार्लियामैंट' बनाने का फैसला लिया है, जिसकी रूप-रेखा 30 नवंबर तक तय करने की बात की गई है। सरबत खालसा की स्टेज से सिंहों ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तुरंत चुनाव, सिखों का अलग कैलेंडर, श्री हरिमंदिर साहिब काम्पलैक्स को मैडीकल सिटी का दर्जा देने के साथ-साथ इस काम्पलैक्स में किसी भी देश का कानून न लागू किए जाने की बात की है।
पंथक स्टेज से बेअदबी को लेकर कौम को बेअदबी करने वाले आरोपियों के खिलाफ पंथक परंपराओं के अनुसार सजा देने के आदेश जारी किए हैं। जेलों में बंद सिख कैदियों के अलावा कश्मीरी, नागा और नक्सली कैदियों को भी रिहा किए जाने की मांग की है।
पंथक नेताओं का कहना है कि जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई के लिए संघर्ष कर रहे बापू सूरत सिंह के स्वास्थ्य के साथ यदि कुछ होता है तो उसका नुक्सान सरकार को होगा। गांव चब्बा में हुए सरबत खालसा में हरियाणा समिति से जगदीश सिंह झींडा और कांग्रेस किसान खेत मजदूर सैल के चेयरमैन इन्द्रजीत सिंह जीरा भी मौजूद थे।