लापरवाही : आई.सी.पी. अटारी पर फेल हुई इंटैलीजैंस एजैंसियां

Edited By swetha,Updated: 12 Dec, 2018 02:29 PM

intelligence agencies

कारगिल की जंग के दौरान हमारे देश की इंटैलीजैंस एजैंसियों की कारगुजारी फेल होने का एक बड़ा सबूत मिला था लेकिन भारत-पाक सीमा से सटी देश की पहली आई.सी.पी. (इंटैग्रेटेड चैक पोस्ट) अटारी बार्डर पर हर बार की तरह इटैंलीजैंस एजैंसियां बुरी तरह से फेल नजर आई...

अमृतसर (नीरज): कारगिल की जंग के दौरान हमारे देश की इंटैलीजैंस एजैंसियों की कारगुजारी फेल होने का एक बड़ा सबूत मिला था लेकिन भारत-पाक सीमा से सटी देश की पहली आई.सी.पी. (इंटैग्रेटेड चैक पोस्ट) अटारी बार्डर पर हर बार की तरह इटैंलीजैंस एजैंसियां बुरी तरह से फेल नजर आई हैं।

वाया पाकिस्तान, अफगानिस्तान से आने वाली सैंकड़ों सेब की पेटियों में सोना छिपा है इसकी सूचना आई.सी.पी. पर तैनात कोई भी इंटैलीजैंस एजैंसी को नहीं मिल सकी इस मामले में यदि कस्टम विभाग की रैमजिंग टीम सतर्कता न अपनाती तो सेब की पेटियों में छिपा सोना किसी के हाथ नहीं लगना था यदि इस सोने को आईसीपी के बाहर कोई सुरक्षा एजैंसी पकड़ लेती तो आईसीपी पर तैनात सभी सुरक्षा एजैंसियों व इंटैलीजैंस एजैंसियों की भारी किरकिरी होनी थी।

आईसीपी अटारी बार्डर की बात करें तो सुरक्षा के लिहाज से देश की सबसे संवेदनशील आईसीपी है जहां ट्रकों के जरिए पाकिस्तान व अफगानिस्तान जैसे देशों के साथ आयात-निर्यात किया जाता है इस आयात-निर्यात पर नजर रखने के लिए व सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार व पंजाब सरकार की तरफ से देश की सभी बड़ी व छोटी इंटैलीजैंस एजैंसियों को आईसीपी अटारी पर तैनात किया गया है लेकिन जिस प्रकार की कारगुजारी सूचनाओं के आदान प्रदान करने के मामले में इन एजैंसियों की तरफ से दिखाई जा रही है वह देश की सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है। इन एजैंसियों के कुछ अधिकारी तो वर्षों से एक ही सीट पर तैनात हैं लेकिन इनको बदला नहीं जा रहा है।

समझौता एक्सप्रैस में तस्करी करने वाले गुरदेव की भी नहीं थी सूचना
आई.सी.पी. अटारी बार्डर की ही तरह देश के सबसे संवेदनशील रेलवे स्टेशनों में से एक इंटरनैशनल अटारी रेलवे स्टेशन की बात करें तो यहां पर भी दर्जनों मामले ऐसे सामने आए जिनमें इंटैलीजैंस एजैंसियों की कारगुजारी पर सवाल खड़े हुए कस्टम विभाग का सुपरिटैंडैंट गुरदेव सिंह पट्टी पाकिस्तान से आने वाली समझौता एक्सप्रैस के जरिए सरेआम हैरोइन की तस्करी करता रहा है लेकिन अटारी रेलवे स्टेशन पर तैनात किसी भी इंटैलीजैंस एजैंसों को इसकी भनक तक नहीं लगी हालत यह रही कि हैरोइन की खेप को डिलीवर करने जा रहे गुरदेव सिंह पट्टी को जालंधर पुलिस की तरफ से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। इतना ही नहीं गुरदेव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके अटारी रेलवे स्टेशन के सरकारी लॉकर के अन्दर से एक किलो हैरोइन पकड़ ली लेकिन इसकी सूचना भी किसी एजैंसी के पास नहीं थी।

आई.सी.पी. के ट्रक स्कैनर के काम में भी लापरवाही
आई.सी.पी. अटारी बार्डर की इंटैलीजैंस एजैंसियों की इससे ज्यादा लापरवाही और क्या हो सकती है कि इन एजैंसियों ने आई.सी.पी. के निर्माण के 6 वर्ष बीतने के बाद भी सरकार पर इस बात का दबाव नहीं बनाया कि आयातित वस्तुओं की चैकिंग के लिए ट्रक स्कैनर लगाया जाए जबकि आई.सी.पी. पर भारत-पाकिस्तान के बीच आयात-निर्यात शुरु होने से पहले ही इन एजैंसियों को ट्रक स्कैनर लगाने संबंधी सरकार को सूचना देनी चाहिए थी और स्कैनर लगने के बाद ही आयात-निर्यात शुरू किए जाने की सिफारिश करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यानि आई.सी.पी. के ट्रक स्कैनर के काम में भी लापरवाही हुई।

हर बार सफल नहीं हो पाता है परम्परागत रैमजिंग सिस्टम
आई.सी.पी. अटारी पर ट्रक स्कैनर न होने के कारण आज भी कस्टम विभाग की टीम पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं की परम्परागत तरीके से चैकिंग करती है जिसको रैमजिंग कहा जाता है इस रैमजिंग में एक लोहे की सीख के जरिए सीमैंट व ड्राईफ्रूट की बोरियों में घुसेड़ा जाता है जबकि सेब की पेटियों को खोलकर जांच की जाती है लेकिन यह परम्परागत चैकिंग सिस्टम हर बार सफल नहीं हो सकता है।

कुआलालम्पुर की उड़ानें भी निशाने पर
आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर अफगानी सेब की पेटियों में सोने की तस्करी करने का प्रयास विफल होने के बाद सोना तस्करों ने कुआलालम्पुर से अमृतसर आने वाली उड़ाने के जरिए भी तस्करी करने का प्रयास शुरू कर दिया है। वहीं कस्टम विभाग की तरफ से कुआलालम्पुर से अमृतसर आए यात्री से पहली बार गुप्तांग से आधा किलो सोना जब्त किया गया है। इससे पहले बैंकाक से आए यात्रियों से सोना पकड़ा गया था, जबकि आमतौर पर कस्टम विभाग की नजर दुबई व कतर जैसे देशों से अमृतसर आने वाले यात्रियों पर रहती है।

दिल्ली का सेब व्यापारी अभी भी फरार
अफगानी सेब की पेटियों में 33 किलो सोना मंगवाने वाला दिल्ली का सेब व्यापारी अभी भी कस्टम विभाग की एंटी स्मगलिंग टीम व किसी अन्य एजैंसी के हाथ नहीं लग पाया है जबकि उसके घर व दफ्तर पर विभाग ने कई बार रेड की है। सेब के आयात की फाइल क्लीयर करवाने वाले सी.एच.ए. के खिलाफ भी जांच जारी है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!