Edited By swetha,Updated: 13 Jan, 2019 12:19 PM
मलेशिया में पाकिस्तानी एजैंट फैजल के कब्जे में फंसे अमृतसर के मनदीप सिंह को हैल्पिंग हैल्पलैस संस्था ने एम्बैसी के साथ तालमेल कर भारत लाकर उसके परिवार के साथ मिलाया। यह जानकारी संस्था की संचालिका एवं जिला योजना कमेटी मोहाली की पूर्व चेयरमैन अमनजोत...
अमृतसर (संजीव): मलेशिया में पाकिस्तानी एजैंट फैजल के कब्जे में फंसे अमृतसर के मनदीप सिंह को हैल्पिंग हैल्पलैस संस्था ने एम्बैसी के साथ तालमेल कर भारत लाकर उसके परिवार के साथ मिलाया। यह जानकारी संस्था की संचालिका एवं जिला योजना कमेटी मोहाली की पूर्व चेयरमैन अमनजोत कौर रामूवालिया ने एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि मलेशिया से वापस लाया गया मनदीप सिंह पाकिस्तानी एजैंट फैजल के झांसे में आ गया था। 1.20 लाख रुपए लेकर उसे टूरिस्ट वीजे पर मलेशिया बुला लिया गया। वहां उसके साथ क्या हुआ यह खुद मनदीप सिंह ने पत्रकारों को बताया।
काम के बदले नहीं दिए जाते थे पैसे
मनदीप सिंह ने कहा कि उसके मामा के लड़के ने उसे मलेशिया आने के लिए कहा और फैजल नाम के एजैंट ने उसे टूरिस्ट वीजा भेजा, जिस पर वह वहां पहुंच गया। वहां पहुंचने के बाद उस एजैंट ने उसका पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया । उसका वीजा 15 दिन बाद खत्म हो गया तथा वह मलेशिया में अवैध हो गया। इसके बाद उसने उसे काम पर लगवा दिया। काम के बदले उसे न तो पूरे पैसे दिए जाते और न ही उसका पासपोर्ट उसे वापस दिया जा रहा था। किसी तरह उसने हैल्पिंग हैल्पलैस की संचालिका अमनजोत कौर रामूवालिया के साथ सम्पर्क साधा जिन्होंने मलेशिया में भारतीय एम्बैसी के साथ सम्पर्क करने के बाद उसे भारत वापस लाने का प्रयास शुरू कर दिया। एक माह में उसे वापस लाया गया।
मनदीप सिंह ने कहा कि बहुत से भारतीय युवक कमाई की खातिर विदेशों में बैठे एजैंटों के हत्थे चढ़ रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उसने कहा कि उसके पास बहुत से ऐसे सबूत हैं जिनसे यह साफ हो रहा है कि मलेशिया में फंसी बहुत-सी लड़कियां एजैंटों के हाथों प्रताडित हैं जिन्हें वापस लाने के लिए न तो पंजाब और न ही केन्द्र सरकार कोई उचित कदम उठा रही है। अगर मैडम रामूवालिया उसकी सहायता न करती तो हो सकता है कि वह वापस भारत नहीं पहुंच पाता।