Edited By swetha,Updated: 22 Apr, 2018 01:44 PM
पिछले कल तेज हवा का झोंका आंधी के बाद तूफान की रफ्तार लेते हुए चक्रवात बन चुका था। इस चक्रवात ने अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारी तबाही मचाई । हवा गोलाकार के रूप में एयरपोर्ट की इमारत का गेट तोड़कर अंदर चली गई और ऊपर की ओर उठते हुए छत को...
अमृतसर(इन्द्रजीत): पिछले कल तेज हवा का झोंका आंधी के बाद तूफान की रफ्तार लेते हुए चक्रवात बन चुका था। इस चक्रवात ने अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भारी तबाही मचाई । हवा गोलाकार के रूप में एयरपोर्ट की इमारत का गेट तोड़कर अंदर चली गई और ऊपर की ओर उठते हुए छत को उड़ा दिया। इसमें एयरपोर्ट की करोड़ों में क्षति हुई है। हालांकि इसका पूर्व अनुमान तो नहीं लगाया जा सका।
सबसे विशाल है अमृतसर एयरपोर्ट की इमारत
एयरपोर्ट की टर्मीनल बिल्डिंग जहां पर हानि हुई है, उसे अमृतसर की सबसे बड़ी इमारत माना जाता है। इस इमारत की चौड़ाई करीब 720 फुट और लम्बाई 360 फुट है। एयरपोर्ट की छत भी लगभग 70 फुट ऊंची है, जबकि छत पर लोहे एंगल के बीच मजबूत शीशे की सलाइड्स लगी हैं। यह वातानुकिलत इमारत है और चारों तरफ से सील्ड है।
आंधी से तूफान की स्थिति बनने पर हवा की रफ्तार 80 से 140 किलोमीटर की रफ्तार पर पहुंच जाती है। कई बार इससे भी अधिक हो जाती है। इसके बाद तेज हवा टकरा कर वापस आना शुरू कर देती है। इनका क्षेत्र सीमित हो जाता है। इसमें जहां पर तेज हवा मीलों तक चलती है वहीं चक्रवात एक-आधा किलोमीटर के क्षेत्र में सीमित हो जाता है। कई बार तो कुछ एकड़ जमीन में ही चक्रवात बनता है।
जब हवा टकरा कर वापस आती है तो इसमें ग्रेवीटेशन की स्थिति बन जाती है। इस कारण यह गोलाकार बनकर घूमती स्थिति में ऊपर की ओर उठती है। इनमें हजारों हार्स पॉवर जितनी शक्ति आ जाती है। ऐसी स्थिति में यह कई बार वृक्षों को भी उखाड़ कर ऊपर ले जाकर काफी दूर निकल जाती है। यही कारण है कि एयरपोर्ट पर चक्रवात ने छत के शीशे तोडने के बाद इनके टुकड़े कई मीटर दूर फैंक दिए थे।- प्रो. एम.सी. दुग्गल, विद्वान एवं विशेषज्ञ मौसम एवं रसायन
यह वास्तव में बवंडर (चक्रवात) था, जिसके कारण एयरपोर्ट की इमारत को काफी नुक्सान हुआ। अभी अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन एयरपोर्ट प्रबंधन ने इस स्थिति को पूरी तरह से संभाला और कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ। इसमें न तो कोई फ्लाइट लेट हुई और न ही किसी फ्लाइट को रद्द अथवा डायवर्ट किया गया। सी.आई.एस.एफ. के जवानों और एयरपोर्ट स्टाफ ने बहादुरी से स्थिति को संभाला। मौसम विभाग के अनुसार हवा की तीव्रता 117 थी। - मनोज चंसोलिया, डायरैक्टर जनरल, अमृतसर एयरपोर्ट