Edited By Supriya Verma,Updated: 19 Aug, 2018 10:28 AM
गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) की सर्जिकल वार्ड नं. 4 में बीती देर रात्रि खूब हंगामा हुआ। वार्ड में दाखिल एक मरीज ने शराबी हालत में डाक्टरों के साथ झगड़ा किया। इस पर डाक्टरों ने तुरंत अस्पताल के उच्च अधिकारियों को सूचित कर मरीज को पुलिस के...
अमृतसर (दलजीत): गुरु नानक देव अस्पताल (जी.एन.डी.एच.) की सर्जिकल वार्ड नं. 4 में बीती देर रात्रि खूब हंगामा हुआ। वार्ड में दाखिल एक मरीज ने शराबी हालत में डाक्टरों के साथ झगड़ा किया। इस पर डाक्टरों ने तुरंत अस्पताल के उच्च अधिकारियों को सूचित कर मरीज को पुलिस के हवाले कर दिया। थाना मजीठा रोड की पुलिस ने मरीज का मैडीकल करवाने के बाद उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई कर दी।
जानकारी के अनुसार गांव डल जिला तरनतारन निवासी गुरप्रताप सिंह आप्रेशन करवाने के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ था, शनिवार सुबह मरीज का आप्रेशन होना था।
शुक्रवार की देर सायं वार्ड की स्टाफ नर्स गुरप्रताप सिंह को टीका लगाने गई तो उसने उससे अभद्र व्यवहार किया। मौके पर वार्ड में तैनात पी.जी. डाक्टर पहुंचे तो उनके साथ भी गुरप्रताप सिंह ने उनके साथ भी गलत व्यवहार किया। डाक्टरों के बुलाने पर अस्पताल के मैडीकल सुपरिंटैंडैंट भी आ पहुंचे और उन्होंने थाना मजीठा रोड की पुलिस को घटना संबंधी सूचित किया तथा उसके उपरांत पुलिस गुरप्रताप को पकड़ कर ले गई।
पुलिस द्वारा सिविल अस्पताल से करवाए गए मैडीकल में शराब की पुष्टि हुई है। गुरप्रताप सिंह के भाई गुरसाहिब सिंह ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उसके भाई ने शराब पी थी या नहीं, पर डाक्टरों द्वारा शूगर का 4 एम.एल. वाला लगाया जाने वाला टीका उसके भाई को 10 एम.एल. का लगाया जा रहा था, जिसके बाद उन्होंने विरोध किया तो डाक्टरों ने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। वार्ड के इंचार्ज सुमीतोज धालीवाल ने कहा कि गुरप्रताप सिंह का शनिवार को आप्रेशन होना था। गुरप्रताप के अलावा अन्य मरीजों के आप्रेशन की तैयारी भी हो चुकी थी, लेकिन उक्त मरीज ने शराब पी कर वार्ड में हल्ला बोलना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस को बुला कर उसे पकड़वाया गया।
क्या कहते हैं जांच अधिकारी
थाना मजीठा रोड के ए.एस.आई. तथा उक्त मामले की जांच कर रहे अधिकारी सुखदेव सिंह ने बताया कि डाक्टरों की शिकायत पर गुरप्रताप सिंह को पकड़ कर थाने लाया गया था। गुरप्रताप सिंह की मैडीकल रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि हुई है। उक्त व्यक्ति के खिलाफ बनती कानूनी कार्रवाई कर दी गई है।