Edited By Vatika,Updated: 06 Dec, 2019 11:26 AM
नगर निगम प्रशासन से दुखी हुए एक 80 वर्षीय बुजुर्ग ने आत्महत्या करके अपनी जीवन लीला समाप्त करने की चेतावनी दी है।
अमृतसर(छीना): नगर निगम प्रशासन से दुखी हुए एक 80 वर्षीय बुजुर्ग ने आत्महत्या करके अपनी जीवन लीला समाप्त करने की चेतावनी दी है। इस संबंध में बातचीत करते 80 साला बुजुर्ग बलबीर सिंह पुत्र बूटा सिंह निवासी खजाना गेट ने कहा कि 1981 से खजाना गेट स्थित नगर निगम की जगह को लीज पर लेकर वह अपना कारोबार चला रहा है और इस जगह पर बनाए गए शैड को जे.सी.बी.मशीन के साथ तोड़-फोड़ के लिए नगर निगम के अधिकारी अब तक कई बार यत्न कर चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इस शैड को बचाने के लिए मैं माननीय अदालत की शरण ली हुई है और निगम अधिकारी अदालत के फैसले से पहले ही शैड को गिरा देना चाहते हैं। बुजुर्ग बलबीर सिंह ने कहा कि कल भी निगम के अधिकारी इस शैड सहित आस-पास के खोखों को तोड़ फोड़ के लिए पुलिस फोर्स के साथ लेकर आए थे जिनका इलाके के लोगों ने भारी विरोध किया था। उन्होंने कहा कि मेरी हिमायत पर पहुंचे एक नौजवान चरनजीत सिंह ने जब माननीय अदालत का हवाला देते निगम की कार्रवाई का विरोध करना चाहा तो निगम अधिकारी के इशारे पर पुलिस ने उसके साथ भारी मारपीट करके रात 11 बजे तक उसे पुलिस थाना गेट हकीमा में बंद कर छोड़ा।
बुजुर्ग बलबीर सिंह ने कहा कि जब भी किसी को उजाडऩे का यत्न किया जाता है तो हर कोई अपनी रोजी रोटी को बचाने के लिए धक्केशाही का विरोध जरूर करता है परन्तु लोगों के विरोध को दबाने के लिए उन पर झूठे पुलिस केस दर्ज कर देना या उनकी सरेआम मारपीट करना कहां का इंसाफ है। बुजुर्ग ने कहा कि चरनजीत सिंह पर दर्ज किए गए पुलिस केस की गहनता के साथ जांच करके पुलिस केस खारिज किया जाए। बुजुर्ग ने कहा कि यदि निगम प्रशासन ने माननीय अदालत के आदेश से पहले ही मेरा शैड तोड़-फोड़ का यत्न किया तो खजाना गेट के चौक में सरेआम आत्महत्या करूंगा जिसके लिए निगम प्रशासन जिम्मेदार होगा।