Edited By swetha,Updated: 20 May, 2018 11:17 AM
जब तक पंजाब में भाजपा व अकाली दल की सत्ता थी तब तक जिला भाजपा कार्यालय में ठंडा पानी लोगों को पीने को मिलता था, सत्ता हाथ से गई तो कूलर की मशीन भी ‘ठंडी’ हो गई। कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनी तो भाजपाई इकट्ठे हुए जिनकी प्यास बुझाने के लिए ‘ठंडी पानी...
अमृतसर (स.ह., नवदीप): जब तक पंजाब में भाजपा व अकाली दल की सत्ता थी तब तक जिला भाजपा कार्यालय में ठंडा पानी लोगों को पीने को मिलता था, सत्ता हाथ से गई तो कूलर की मशीन भी ‘ठंडी’ हो गई। कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनी तो भाजपाई इकट्ठे हुए जिनकी प्यास बुझाने के लिए ‘ठंडी पानी की बोतलों’ का इंतजाम किया गया।
हालांकि सियासत के साथ कार्यालय का पानी भी ‘गरम’ रहा। भले ही पंजाब विधानसभा में भाजपा गठबंधन विपक्ष में भी नहीं है लेकिन दिल्ली मजबूत होने से लोगों के साथ सीधी जुड़ी जन सुविधाओं को लेकर बड़ी ग्रांट लेकर आ रहे हैं। राज्य सभा में सांसद और पंजाब भाजपा के प्रधान इंजीनियर श्वेत मलिक आए दिन खन्ना स्मारक पहुंचते हैं। शायद यह समाचार पढ़ वही कोई रास्ता निकालें।
‘पंजाब केसरी’ ने जिला भाजपा प्रधान एड. राजेश हनी से शनिवार शाम करीब 7 बजे फोन करके यह पूछना चाहा कि ‘जनता के लिए लोग ‘प्याऊ’ लगाते हैं, अगर ठंडे पानी की मशीन भाजपा कार्यालय में लगा ही दी है तो उसे ठीक करवा दें, जिससे जनता इसी बहाने खन्ना स्मारक की दहलीज पर कदम रखे। वैसे ही सत्ता जाने के बाद खन्ना स्मारक की रौनक फीकी हो गई है। कर्नाटक में भाजपा के सी.एम. बनने के बाद लड्डू बंटे थे, लेकिन हालात तो यह है कि प्रधानमंत्री मोदी व अमित शाह का लगा पोस्टर भी काफी ‘मैला’ हो गया है।