बार्टर ट्रेड में हो रही प्रतिबंधित अमरीकन गिरी, अखरोट व ईरानी पिस्ते की स्मगलिंग

Edited By swetha,Updated: 22 Jan, 2019 09:56 AM

barter trade smuggling

केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अमृतसर स्थित आई.सी.पी. (इंटैग्रेटेड चैक पोस्ट) अटारी बार्डर व जे.सी.पी. (ज्वाइंट चैक पोस्ट) अटारी बार्डर के दौरे को लेकर जहां आई.सी.पी. के जरिए पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात करने वाले व्यापारियों में उत्साह पाया...

अमृतसर(नीरज): केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अमृतसर स्थित आई.सी.पी. (इंटैग्रेटेड चैक पोस्ट) अटारी बार्डर व जे.सी.पी. (ज्वाइंट चैक पोस्ट) अटारी बार्डर के दौरे को लेकर जहां आई.सी.पी. के जरिए पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात करने वाले व्यापारियों में उत्साह पाया जा रहा है।

वहीं समूह व्यापारियों ने एक बार फिर से केन्द्रीय गृह मंत्री से जम्मू-कश्मीर के बार्टर ट्रेड को बंद करने की मांग की है। इस संबंध में अमृतसर की प्रमुख व्यापारिक संस्था इंडो-फोरन चैंबर ऑफ कॉमर्स के जरिए राजनाथ सिंह को लिखित ज्ञापन के जरिए मांग की जा रही है कि इस अवैध बार्टर ट्रेड को बंद किया जाए क्योंकि इससे जहां प्रतिबंधित वस्तुओं की स्मगलिंग हो रही है। केन्द्र सरकार को भी कस्टम ड्यूटी के रूप में अरबों रुपयों का नुक्सान हो रहा है। 

जम्मू-कश्मीर के बार्टर ट्रेड के जरिए अमेरिकन गिरी, अखरोट व ईरानी पिस्ते की स्मगङ्क्षलग हो रही है जो जम्मू-कश्मीर के बार्टर ट्रेड में नहीं हो सकती, यदि इन वस्तुओं को मुंबई या फिर किसी अन्य पोर्ट से आयात करना हो तो इस पर 110 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगती है। जबकि बार्टर ट्रेड में बिना किसी ड्यूटी के इन वस्तुओं की पाकिस्तान की तरफ से भारतीय अधिकार क्षेत्र वाले व्यापारियों को स्मगलिंग हो रही है।

वस्तु के मूल्य की होती है अदला-बदली
जम्मू-कश्मीर के बार्टर ट्रेड की बात चली है तो यह बताना भी जरूरी है कि बार्टर ट्रेड है क्या और कैसे काम करता है। यहां बताते चलें कि केन्द्र की यू.पी.ए. सरकार ने पी.ओ.के. (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) व भारतीय अधिकार वाले कश्मीर की आवाम को व्यापार की सुविधा देने के लिए बार्टर ट्रेड शुरू किया। जम्मू-कश्मीर के चक्कान दा बाग व इस्लामाबाद के बार्डर खोलकर ट्रकों का आवागमन शुरू किया गया। इसमें सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की कस्टम ड्यूटी व टैक्स नहीं लिया जाता है।

एक्ट के अनुसार पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में जो वस्तुएं पैदा होती हैं या फिर बनाई जाती हैं उनकी भारतीय अधिकार वाले कश्मीर के व्यापारियों के साथ अदला-बदली की जा सकती है। इसमें रुपयों के रूप में किसी प्रकार का भुगतान नहीं होता बल्कि पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर की तरफ से दी गई वस्तु के मूल्य की भारतीय अधिकार वाले कश्मीर में पैदा हुई वस्तु के मूल्य की अदला-बदली की जाती है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हालात यह बन चुके हैं कि पाकिस्तानी व्यापारियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नुक्सान पहुंचाने के लिए कुछ ऐसी वस्तुओं को इन ट्रेड रुट्स के जरिए स्मगल करना शुरू कर दिया है जो पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में पैदा ही नहीं होती। 

कश्मीर के आतंकियों को हो रही फंडिंग, एन.आई.ए. का खुलासा
पाकिस्तान के साथ आयात करने वाली प्रमुख व्यापारिक संस्था इंडो-फोरन चैंबर व दिल्ली की व्यापारिक संस्थाओं की तरफ से इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है जिसके बाद केन्द्र सरकार ने एन.आई.ए. को छापामारी के आदेश दिए। एन.आई.ए. की छापामारी में इसी बार्टर ट्रेड के जरिए कश्मीर के आतंकवादियों व पत्थरबाजों को एक हजार करोड़ की फंडिंग का खुलासा हुआ। इसमें एन.आई.ए. ने कश्मीर के कई अलगाववादी नेताओं को भी गिरफ्तार किया और खुद एन.आई.ए. ने पी.एम. नरेन्द्र मोदी को जम्मू-कश्मीर का बार्टर ट्रेड बंद करने की सिफारिश की है क्योंकि इससे प्रतिबंधित वस्तुओं की स्मगलिंग के साथ-साथ हवाला भी हो रहा है और आतंकवादियों व पत्थरबाजों को फंडिंग भी की जा रही है। लेकिन अभी तक मोदी सरकार ने बार्टर ट्रेड को बंद करने के लिए कोई फैसला नहीं लिया है। आई.सी.पी. के व्यापारी चाहते हैं कि केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस मामले में हस्तक्षेप करें और बार्टर ट्रेड को बंद करवाएं।

रिपोर्ट के अनुसार
*
चाइना ने अमरीका से 3.97 मिलियन (एल.बी.एस.) इम्पोर्ट किया, उनका आयात 85.64 प्रतिशत कम रहा।
*हांगकांग ने अमरीका से 0.57 मिलियन (एल.बी.एस.) का इम्पोर्ट किया, उनका आयात भी 85.64 प्रतिशत कम हुआ।
*वियतनाम ने 2017 में 1.7 मिलियन (एल.बी.एस.) व 2018 में 0.68 मिलियन (एल.बी.एस.) आयात किया और इनका आयात 60 प्रतिशत रहा।
*यू.ए.ई. ने 2017 में 2.16 मिलियन (एल.बी.एस.) व 2018 में 11.5 मिलियन (एल.बी.एस.) आयात किया, इनका आयात 432.41 प्रतिशत प्लस रहा।
*पाकिस्तान ने 2017 में 0.22 मिलियन (एल.बी.एस.) व 2018 में 2.072 मिलियन (एल.बी.एस.) का आयात किया। इनका आयात उपर दिए गए आंकड़ों में सबसे ज्यादा यानी 841.82 प्रतिशत ग्रोथ रहा।
*जर्मनी ने 2017 में 8.179 मिलियन (एल.बी.एस.) व 2018 में 6.173 मिलियन (एल.बी.एस.) का आयात किया और उनका आयात 
24.53 प्रतिशत कम रहा।
*तुर्की ने अमरीका से 2017 में 9.3 मिलियन (एल.बी.एस.) व 2018 में 16 मिलियन (एल.बी.एस.) का आयात किया, इनका आयात 72.04 प्रतिशत ग्रोथ में रहा।

आई.सी.पी. से पाकिस्तान को एक्सपोर्ट भी हुआ बंद
जम्मू-कश्मीर के बार्टर ट्रेड ने आई.सी.पी. अटारी के रास्ते भारत व पाकिस्तान के बीच होने वाले आयात-निर्यात को भी भारी नुक्सान पहुंचाया है। आई.सी.पी. के रास्ते ट्रकों के जरिए पाकिस्तान को भारी मात्रा में भारतीय टमाटर, प्याज, मीट, सोयाबीन, रॉ काटन की सप्लाई की जाती थी लेकिन आज पाकिस्तान को आई.सी.पी. के जरिए होने वाला एक्सपोर्ट बिल्कुल बंद हो चुका है। यह सप्लाई जम्मू-कश्मीर के बार्टर ट्रेड रूट्स के जरिए पाकिस्तान को की जा रही है। यहां तक की पाकिस्तान को आई.सी.पी. के जरिए केले का एक्सपोर्ट बैन है लेकिन बार्टर ट्रेड रूट पर केला भी पाकिस्तान को सप्लाई किया जा रहा है जिससे पाकिस्तान के साथ एक्सपोर्ट करने वाले सब्जी व्यापारियों को भारी नुक्सान हुआ है।

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