Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Mar, 2018 08:39 AM
दो साल का शहबाज सिंह दो दिन से श्री गुरु रामदास इन्स्टीट्च्यूट ऑफ मैडीकल साइंसेज एंड रिसर्च में दाखिल था। आज सुबह उसका ऑप्रेशन होना था। सुबह करीब 8.30 बजे शहबाज को स्टाफ वार्ड नंबर 12, पांचवीं मंजिल से ऑप्रेशन थिएटर ले जाया गया।
अमृतसर(स.ह., नवदीप): दो साल का शहबाज सिंह दो दिन से श्री गुरु रामदास इन्स्टीट्च्यूट ऑफ मैडीकल साइंसेज एंड रिसर्च में दाखिल था। आज सुबह उसका ऑप्रेशन होना था। सुबह करीब 8.30 बजे शहबाज को स्टाफ वार्ड नंबर 12, पांचवीं मंजिल से ऑप्रेशन थिएटर ले जाया गया। शहबाज के पेशाब की नली में मांस बढऩे की वजह से उसे दाखिल करवाया गया था। सुबह करीब नौ बजे शहबाज को बेहोशी का इंजैक्शन दे दिया गया। ऑप्रेशन मात्र आधे घंटे का था। जब ऑप्रेशन थिएटर में तीन घंटा का लंबा वक्त गुजर गया तो परिजनों ने डाक्टरों से संपर्क साधा। डाक्टर टालमटोल करते रहे। इसी बीच शहबाज के परिजनों ने ऑप्रेशन थिएटर के स्टाफ से देरी की वजह पूछी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बताया गया कि जिस डॉक्टर ने ऑप्रेशन करना था वो तो आज छुट्टी पर हैं। यह सुनते ही शहबाज के परिजनों का गुस्सा स्वाभाविक था।
शहबाज बेहोशी हालत में था। परिजनों का गुस्सा देखते हुए अस्पताल के प्रबंधक बीच बचाव में उतर आए, परिजनों से माफी मांगी और यहां तक कहा कि आप चुप रहें, इलाज के पैसों की भी चिंता न करे। उधर, परिजनों का कहना था कि जब बेहोश कर दिया गया उसके बाद में डॉक्टर छुट्टी पर हैं, यह तब कैसे पता चला। जबकि जो आप्रेशन के लिए दवाओं की लिस्ट उन्हें लाने के लिए दी गई थी उसमें डाक्टर कुलवंत सिंह का नाम लिखा था, ऑप्रेशन का समय मुकर्रर था। ऐसे में यह गंभीर लापरवाही है। पंजाब केसरी को शहबाज सिंह के मामा संचित ने बताया कि शहबाज व उनकी बहन इन्द्रप्रीत कौर पिछले दिनों ही आस्ट्रेलिया से घूमने के लिए अमृतसर आए थे, वेरका के पास उनका पुश्तैनी मकान है। शहबाज के पिता सुरिंदर पाल सिंह आस्ट्रेलिया में हैं। शहबाज की पेशाब की नली में मांस बढऩे से दिक्कत थी, जिसका ऑप्रेशन करवाने के लिए मंगलवार सुबह दाखिल करवाया गया था, आज सुबह ऑप्रेशन था तो यह कहानी सामने आई जो कि लापरवाही की हद है।
आज एमरजैंसी पड़ गई थी, कल करूंगा ऑपरेशन
मुझे एमरजैंसी में चंडीगढ़ जाना पड़ा, मैंने सोचा कि जूनियर डॉक्टर ऑपरेशन कर देगा। लेकिन परिजनों ने नहीं करवाया। कल सुबह ऑपेरशन करूंगा। डॉ. कुलवंत सिंह (वाइस चांसलर, श्री गुरू रामदास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस श्री अमृतसर साहिब) एस.जी.पी.सी.सचिव व डायरैक्टर प्रिंंसीपल ने नहीं उठाया फोन श्री गुरु रामदास इन्स्टीट्च्यूट ऑफ मैडीकल साइंसेज एंड रिसर्च के सचिव एवं एस.जी.पी.सी. के सचिव डॉ.रूप सिंह एवं डायरैक्टर प्रिंंसीपल कम प्रोफेसर डॉ. गीता शर्मा से इस बाबत बात करने के लिए कई बार संपर्क किया गया लेकिन दोनों वरिष्ठ पदों पर बैठे इन पदाधिकारियों ने फोन नहीं उठाया।