Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 12:40 PM
लंगर की रसद को जी.एस.टी. से मुक्त करवाने को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल तथा मौजूदा वित्त मंत्री खुलकर अामने-सामने अा गए हैं।
चंडीगढ़ः लंगर की रसद को जी.एस.टी. से मुक्त करवाने को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल तथा मौजूदा वित्त मंत्री खुलकर अामने-सामने अा गए हैं। बादल ने ट्वीट कर कहा कि लंगर की रसद को जी.एस.टी से मुक्त करवाने की जिम्मेदारी मनप्रीत बादल की है। वहीं वित्त मंत्री का कहना है कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल खुद क्यों वित्त मंत्री अरुण जेतली से बात नहीं करतीं।
सुखबीर ने कहा यह जिम्मेदारी राज्य के वित्त मंत्री की होती है क्योंकि उनके पास जी.एस.टी.नीति के तहत 66 फीसदी अधिकार है। उन्होंने कहा वित्त मंत्री जी.एस.टी. काऊंसिल के मैंबर भी हैं। उन्होंने कहा शिअद का प्रतिनिधिमंडल वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलने जाएगा और उन्हें एस.जी.पी.सी. द्वारा श्रद्धालुओं को दिए जानें वाले 'लंगर' पर जी.एस.टी. में छूट देने का अनुरोध करेगा।
बादल ने कहा कि पंजाब सरकार को भी इस मुद्दे पर कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि छूट जी.एस.टी. परिषद द्वारा दी जानी चाहिए। राज्य को जी.एस.टी. परिषद में छूट के मामले में स्थानांतरित करना चाहिए I बादल ने कहा कि पंजाब वित्त मंत्री मनप्रीत बादल सिखों के लिए जवाबदेह हैं। जी.एस.टी. परिषद राज्यों को छूट की मांग को लागू करने की अनुमति देता है फिर क्यों ये मामला परिषद के समक्ष नहीं उठाया गया? उधर,मनप्रीत बादल ने कहा कि इस मामले में राजनीति करने की जरुरत नहीं है। हरसिमरत कौर दिल्ली में ही रहती हैं,वह जेतली से बात करें।
बता दें ये पहला मौका नहीं जब दोनों भाई अामने-सामने हुए हो। इससे पहले मनप्रीत द्वारा पेश किए बजट पर भी सुखबीर ने कटाक्ष करने की कोई कसर नहीं छोड़ी थी। वित्त मंत्री ने भी घोटालों को लेकर बादल सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।