Edited By Updated: 29 Sep, 2016 10:41 AM
कांग्रेसी नेताअों द्वारा सुनील जाखड़ के नेत्रत्व में पंजाब के राज्यपाल को मिल कर प्रदेश में खराब अमन-कानून की स्थिति को लेकर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को पंजाब के वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने बेबुनियाद बताया है।
संगरुरः कांग्रेसी नेताअों द्वारा सुनील जाखड़ के नेत्रत्व में पंजाब के राज्यपाल को मिल कर प्रदेश में खराब अमन-कानून की स्थिति को लेकर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग को पंजाब के वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने बेबुनियाद बताया है।
ढींडसा आज जिला संगरूर के लहरागागा हलके में एक समागम में पहुंचे थे। प्रदेश के कांग्रेसी नेता पिछले लम्बे समय से बिगड़ी कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है। बीते दिनों कांग्रेसी नेताअों का एक प्रतिनिधि मंडल सुनील जाखड़ के नेत्रत्व में पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनोर को मिला था और प्रदेश की स्थिति पर चिंता जताते हुए राष्ट्रपति राज लागू करने की मांग की थी लेकिन पंजाब की अकाली सरकार के मंत्री इसे बेबुनियाद बता रहे हैं।
वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने कहा कि पिछले 10 साल से कांग्रेस यह मुद्दा उठाए हुए है। दरअसल कांग्रेस को यह बात हजम नहीं हो रही है कि अकाली दल इतने समय कैसे प्रदेश पर राज कर गया है। ढींडसा ने कांग्रेस के प्रधान और भूतपूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा आर्थिक स्तर पर पिछड़े लोगों को रिजर्वेशन का आश्वासन दिए जाने पर सीधी प्रतिक्रिया दी है।
ढींडसा ने कहा है कि इस पर सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश को मानना जरूरी है हालांकि उन्होंने कहा कि पहले ही रिजर्वेशन बहुत से लोगों को दिया गया है जिसके विरोध और पक्ष में आवाज उठती आई है लेकिन उनकी पार्टी में अभी तक इस मामले में कोई विचार नहीं हुआ है।
वित्त मंत्री ने आम अादमी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि आप की दिल्ली में अभी तक कारगुजारी पूरी तरह से घटिया रही है। विकास का कोई नाम नही है। यही वजह है कि पार्टी का लगातार आधार घट रहा है।