Edited By Updated: 19 Oct, 2015 09:56 AM
बादल परिवार द्वारा पांचों तख्तों के जत्थेदारों व शिरोमणि कमेटी को अपने हितों के लिए प्रयोग
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): बादल परिवार द्वारा पांचों तख्तों के जत्थेदारों व शिरोमणि कमेटी को अपने हितों के लिए प्रयोग किया जा रहा है, इसलिए अपने जमीर की आवाज पर इन तख्तों के जत्थेदारों व शिरोमणि कमेटी के मैंबरों को इस्तीफा दे देना चाहिए। यह शब्द शिअद लौंगोवाल की चेयरपर्सन बीबी सुरजीत कौर बरनाला ने पत्रकारों से बातचीत दौरान कहे।
उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी एक आजाद संस्था है। उसको मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को बुलाने की कोई जरूरत नहीं थी। बादल परिवार ने श्री अकाल तख्त साहिब को मजाक का विषय बना दिया है। पहले तो सिरसा डेरा मुखी को माफीनामा अकाल तख्त से जारी करवा दिया। इस उपरांत लोगों के रोष को देखते हुए उसको वापस करवा दिया। पंजाब में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, इसलिए पंजाब में फौरी तौर पर राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप चोरी हुए कई माह बीत गए थे। इसके बावजूद भी पंजाब सरकार ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। उलटे शांतमय ढंग से धरना दे रहे सिख संगठनों पर गोलियां चलाई गईं जिस कारण 2 सिखों की मौत हो गई व अनेक घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि पंजाब की शांति व चढ़दी कला के लिए वह आज से अपने निवास में अखंड पाठ शुरू करवा रहे हैं जिसका भोग 21 अक्तूबर को पड़ेगा। उनके साथ गुरमेल सिंह छीनीवाल मुख्य वक्ता अकाली दल लौंगोवााल भी उपस्थित थे।