Edited By Updated: 30 Dec, 2016 09:37 AM
आधुनिकता की अंधी दौड़ में जहां एक साधारण मनुष्य अपने ऐशो-आराम की चीजें जुटाने में उलझ गया है वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो केवल अपने
जालंधर: आधुनिकता की अंधी दौड़ में जहां एक साधारण मनुष्य अपने ऐशो-आराम की चीजें जुटाने में उलझ गया है वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो केवल अपने बारे में न सोच कर औरों के लिए भी कुछ करने का साहस रखते हैं। हाल ही में कोलकाता के रंगपीठ राष्ट्रीय नाट्य उत्सव में हिस्सा लेकर लौटे युवा थिएटर की ओर से ट्रांसपोर्ट नगर में एड्स और एच.आई.वी. की जानकारी देते हुए इनसे बचने के लिए चौकसी बरतने के रास्ते सुझाता एक बेहद ही नायाब और दिलचस्प नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।
नाटक का विषय था तेजी से बढ़ती हुई एड्स की बीमारी और इससे बचाव। नाटक में विस्तृत तरीके से एड्स की बीमारी होने के कारणों एवं एच.आई.वी. संक्रमण की जानकारी दी गई। इसके साथ ही लोगों को नाटक के माध्यम से इससे बचने के उपायों के बारे में भी बताया गया। ‘पहल’ नामक गैर सरकारी संस्था और युवा थिएटर को एड्स जैसी गंभीर बीमारी के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान में अभी तक काफी कामयाबी मिली है। नाटक पेश करने वाले कलाकारों में शामिल रहे हरीश चंद्र, विशेष अरोड़ा, चाहत अनेजा, शायना बत्ता, अरूसा, जीवन डोगरा, मनप्रीत, अतुल, गुरप्रीत,अंजलि मिश्रा इत्यादि।