Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 09:57 PM
मानसा जिला में शिरोमणि अकाली दल में मौकाप्रस्त कमर्शियल नेताओं की तरफ से टकसाली वर्करों की बगावत शुरू हो गई है। इसकी पहल करते हुए यूथ अकाली दल के शहरी प्रधान मनदीप सिंह गोरा ....
मानसा(जस्सल): मानसा जिला में शिरोमणि अकाली दल में मौकाप्रस्त कमर्शियल नेताओं की तरफ से टकसाली वर्करों की बगावत शुरू हो गई है। इसकी पहल करते हुए यूथ अकाली दल के शहरी प्रधान मनदीप सिंह गोरा ने पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल को इस्तीफा देकर की। उन्होंने कहा कि चार पीढिय़ों से पार्टी के साथ जुड़े टकसाली वर्करों की पार्टी अंदर कोई विशेष पहचान न होने के चलते टकसाली वर्कर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने का कारण टकसाली अकालियों की कोई सुनवाई व पार्टी द्वारा उनके ऊपर थोपे जा रहे कारपोरेट व मौकाप्रस्त नेताओं को बताया है।
पार्टी प्रधान सुखबीर बादल को भेजे इस्तीफे में उन्होंने बताया कि उनका परिवार चार पीढिय़ों से अकाली दल का वफादार वर्कर है और उन्होंने साल 2003 में ग्रेजुएशन करने के बाद पार्टी के हर संगठन के लिए प्रचार व प्रसार में मोहरी भूमिका अदा की गई। इसके अलावा उन्होंने अपने युथ बिग्रेड के साथ शहर के उन वार्डो में लोगों को संगठित किया जिन वार्डो में अकाली दल के बुथ लगाने भी मुशकिल थे।
उन्होंने कहा कि टकसाली नेताओं को छोड़ पार्टी ने भी कारपोरेट घराने को राजनीति में लाकर उनका कब्जा करवाया बल्कि टकसाली नेताओं के हौसले प्रस्त करने के लिए उन्हें जिला अकाली दल के शहरी प्रधान के अलावा जिला प्लानिंग बोर्ड का चेयरमैन भी बनाया गया। उन्होंने बताया कि अकाली दल द्वारा रोड़ जाम करने के विरोध में उनके समेत 70 वर्करों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया गया, लेकिन अकाली द्वारा पेराशुट द्वारा उतारे गए नेता जी पुलिस की मिलीभुगत से बच निकले। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी ने आने वाले दिनों में अकाली दल ने ऐसे नेताओं को लेकर कुछ नही सोचा तो पार्टी को भविष्य में बड़ी कीमत देनी पड़ सकती है। आखिर में उन्होंने कहा कि वह अब किस पार्टी में शामिल होंगे इस फैसले को वह अपने साथियों के साथ मिल कर करेंगे।