Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 04:34 PM
इश्क में नाकाम एक आशिक ने फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। घटना चौकी सुंदर नगर के निकट किरपाल नगर में शनिवार दोपहर करीब सवा बजे की है। मृतक की पहचान मिथलेष मूल रूप निवासी आजमगढ़ (यू.पी.) के रूप में हुई है।
लुधियाना(तरुण): इश्क में नाकाम एक आशिक ने फंदा लगाकर मौत को गले लगा लिया। घटना चौकी सुंदर नगर के निकट किरपाल नगर में शनिवार दोपहर की है। मृतक की पहचान मिथलेष मूल रूप निवासी आजमगढ़ (यू.पी.) के रूप में हुई है।सूचना मिलने के बाद ए.सी.पी. सैंट्रल मनदीप सिंह, थाना दरेसी प्रभारी कुलवंत सिंह व चौकी सुंदर नगर प्रभारी गुरजीत सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस को मृतक की जेब से एक प्रेम पत्र भी बरामद हुआ है।
जानकारी के अनुसार मिथलेष सुंदर नगर स्थित एक फैक्टरी में नौकरी करता था। वह किरपाल नगर में अपने 3 साथियों के साथ किराए के कमरे में रहता था। शनिवार सुबह करीब 9 बजे रमेश, उमेश व अजय काम पर चले गए जबकि मिथलेष कमरे में ही रुक गया। दोपहर तीनों साथी कमरे में पहुंचे तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है। उन्होंने काफी देर तक कमरे का दरवाजा खटखटाया परंतु दरवाजा नहीं खुला तो अनहोनी की आशंका पैदा होने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा। कमरे में मिथलेष का शव फंदे के सहारे लटक रहा था, जिसके बाद उच्चाधिकारी पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंचे।
ए.सी.पी. मनदीप सिंह व थाना प्रभारी कुलवंत सिंह की मौजूदगी में मृतक की जेब से एक प्रेम पत्र बरामद हुआ। चौकी इंचार्ज गुरजीत सिंह ने बताया कि इस प्रेम पत्र में शायरी की कुछ लाइनें लिखी हुई हैं। लिखावट मृतक की है या किसी और की इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर धारा 174 की कार्रवाई की है।
प्रेमिका के नाम का नहीं किया जिक्र
मिथलेष की जेब से जो प्रेम पत्र बरामद हुआ है। उसे पढऩे के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्यार में ठुकराए जाने के बाद ही उसने मौत को गले लगाया है। मरने से पहले उसने शायरी की चंद लाइनें लिखी हैं जो उसके दर्द को बयां कर रही हैं। पत्र में किसी भी लड़की के नाम का जिक्र नहीं किया गया है। हालांकि पुलिस प्रेम प्रसंग की बात को मानकर चल रही है परंतु पत्र में किसी भी लड़की के नाम का जिक्र न होने का कारण पुलिस ने धारा 174 की कार्रवाई की है।