Edited By Updated: 19 Jan, 2017 12:59 AM
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष की ओर से प्रत्याशियों की टिकटों के प्रति ...
जालंधर(इलैक्शन डैस्क): भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष की ओर से प्रत्याशियों की टिकटों के प्रति दिखाए रवैए से हाईकमान काफी नाराज है। जिन सीटों पर नेता विरोध कर रहे थे अब वहां हाईकमान ने विशेष नजर रखने की हिदायत दी है। हाईकमान ने स्पष्ट कहा है कि यदि ये सीटें हाथ से निकल गईं तो उसके लिए प्रदेश भाजपा को जिम्मेदार माना जाएगा।
मंगलवार को हुई बैठक में भाजपा के अधिकतर प्रत्याशियों ने यह कहा था कि उन्हें विपक्षी प्रत्याशियों के मुकाबले अपनों से ज्यादा खतरा है। कुछ प्रत्याशियों ने तो यहां तक कह दिया था कि उन्हें यह सूचना मिली है कि इस सारे बवाल के पीछे राज्य के बड़े नेता हैं। इसलिए इस पर नियंत्रण रखने के लिए केंद्रीय हाईकमान से गुजारिश की गई थी। सूत्रों का कहना है कि यह शिकायत मिलने के बाद केंद्रीय हाईकमान ने दोआबा की 3 बड़ी सीटों और माझा की 2 बड़ी सीटों पर विशेष नजर रखनी शुरू कर दी है। भाजपा के साथ-साथ आर.एस.एस. के स्थानीय लोग भी इस पर नजरें गढ़ाए बैठे हैं।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय हाईकमान पंजाब की लीडरशिप से ज्यादा खुश नहीं है। इस बात की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता कि चुनाव के बाद भाजपा नेतृत्व में भी बदलाव हो सकता है। उल्लेखनीय है कि 3 दिन पहले भाजपा प्रत्याशियों की टिकट वितरण के मामले में प्रदेश अध्यक्ष की नहीं चलने की हवा उड़ी थी। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष के हाईकमान को इस्तीफा भेजने की चर्चाओं ने भी जोड़ पकड़ा था। अगले ही दिन प्रदेश अध्यक्ष ने चर्चाओं को विराम देते हुए इस्तीफा देने की बात से इन्कार कर दिया था। इसके बाद हरकत में आए हाईकमान ने मामले को संभाल लिया था और पंजाब में कार्यकारिणी की बैठक भी बुलाई थी।