Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 03:19 PM
डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. के ‘द ग्रेट खली’ की अकादमी सी.डब्ल्यू.ई. में आज डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई., यू.एस.ए. के प्रतिनिधियों ने शिरकत करके अकादमी में ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे युवाओं की प्रतिभा का निरीक्षण किया,
जालंधर: डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. के ‘द ग्रेट खली’ की अकादमी सी.डब्ल्यू.ई. में आज डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई., यू.एस.ए. के प्रतिनिधियों ने शिरकत करके अकादमी में ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे युवाओं की प्रतिभा का निरीक्षण किया, 5 घंटे तक चली इस प्रक्रिया के दौरान 50 के लगभग युवाओं ने रिंग में चली इस फ्री-स्टाइल रैसलिंग प्रदर्शन पूर्ण आत्मविश्वास के साथ किया।
डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. के कार्यकारी अधिकारी कैनियन सिमोन और मुख्य कोच नार्मन स्माइली ने युवाओं के जोश को देखते हुए हर्ष व्यक्त किया। नार्मन स्माईली ने युवाओं को कुश्ती के महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। ‘द ग्रेट खली’ ने कहा कि कुश्ती एक ऐसा खेल है जिससे युवा सुपरस्टार बन सकते हैं, बस जरूरत है कि वह अपना खेल में पूरा ध्यान देते हुए कड़ी मेहनत करें।
वहीं WWE ( वर्ल्ड रेसलिंग इंटरटेनमेंट) में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला पहलवान कविता देवी ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय कोच और गुरु पूर्व WWE वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन 'दि ग्रेट खली' (दलीप सिंह राणा) को दिया है।
उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत में कहा, अपने परिवार के समर्थन की वजह से मैंने यह मुकाम हासिल किया है. कविता ने कहा, महिलाओं के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। मैं अपनी सफलता का सारा श्रेय खली सर को देती हूं।
मात्र 19 वर्ष की उम्र से मैं रैसलिंग करती आ रही हूं, वेट लिफ्टिंग में नैशनल चैम्पियन और साऊथ एशिया गेम्स में भी चैंपियन का खिताब जीत चुकी हूं। डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. के साथ जुडऩे से मैं काफी उत्साहित हूं। जनवरी में यू.एस.ए. जाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग प्राप्त करके आगे बढ़ूंगी। 2008 में स्पोर्ट्स कोटे से मुझे एस.एस.बी. में कांस्टेबल की नौकरी मिली थी परन्तु प्रोमोशन न मिलने के कारण मैंने नौकरी छोड़ दी और अब सारा समय डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. में ही लगा रही हूं। यदि डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. की भारतीय फैडरेशन का गठन हो तो युवाओं को इसका काफी फायदा मिलेगा। मेरे पति गौरव कुमार दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल हैं जो मुझे आगे बढऩे में सदैव सपोर्ट कर रहे हैं। मेरा कोई भी रोल मॉडल नहीं है बल्कि मैं चाहती हूं कि लोग मेरी गेम को देखते हुए मुझ जैसा बनें।
उल्लेखनीय है कि दिलीप सिंह ‘खली’ ने युवाओं में फ्री-स्टाइल रैसलिंग के शौक को देखते हुए उन्हें जालंधर में ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर की रैसलिंग की ट्रेनिंग देने का जिम्मा उठाया है और यहां से ट्रेनिंग कर रहे युवा कुछ समय में ही महत्वपूर्ण फाइट्स जीतकर आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर दिलीप सिंह ‘खली’ और निर्देशक सलीग राम ने डब्ल्यू.डब्ल्यू.ई. के प्रतिनिधियों का सम्मान भी किया।