Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jun, 2017 11:00 AM
फगवाड़ा की पॉश कालोनी गुरु हरगोबिन्द नगर की कोठी नंबर 472 में शिकार बनी सुरिन्द्र कौर की नृशंस हत्या हुई और इसके कुछ दिन बाद फगवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास अज्ञात युवक की हत्यारों द्वारा हत्या कर फैंकी गई लाश की पहेली हत्याकांड के कई दिन बीत जाने के...
फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा की पॉश कालोनी गुरु हरगोबिन्द नगर की कोठी नंबर 472 में शिकार बनी सुरिन्द्र कौर की नृशंस हत्या हुई और इसके कुछ दिन बाद फगवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास अज्ञात युवक की हत्यारों द्वारा हत्या कर फैंकी गई लाश की पहेली हत्याकांड के कई दिन बीत जाने के बाद भी बरकरार है। दोनों हत्याकांडों में फगवाड़ा पुलिस एवं रेलवे पुलिस फगवाड़ा आज तक यह पता नहीं लगां सकी है कि इन हत्याओं के पीछे का राज क्या रहा है और वे अज्ञात हत्यारे कौन थे जिन्होंने इन वारदातों को बेखौफ होकर अंजाम दे डाला। हालांकि दोनों मर्डर केसों को सुलझाने का दावा फगवाड़ा पुलिस एवं रेलवे पुलिस फगवाड़ा कर रही है।
मृतका सुरिन्द्र कौर की हत्या की गुत्थी अनसुलझी
लेकिन ये दावे कितने सही हैं इसका अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर की सबसे पॉश कालोनी मानी जाती गुरु हरगोबिन्द नगर में हुई सुरिन्द्र कौर की हत्या के मामले में पुलिस यह पता नहीं कर सकी है कि अज्ञात हत्यारों की संख्या कितनी थी और हत्या कर वे कहां पर चले गए। जबकि फगवाड़ा पुलिस की टीमें बार-बार मृतका की कोठी को खोल उसे बारीकी से खंगालती रही हैं। सवाल यह बना हुआ है कि पुलिस ने मृतका के घर की ही क्यों कई बार जांच की है और वह क्या राज रहा है जिसे पुलिस टीम ढूंढने में लगी हुई है।
इसी दौरान पुलिस हार्डकोर पेशेवर क्रिमिनल्स संबंधी भी पुलिस फाइलों को बारीकी से खंगालने में जुटी रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस द्वारा इस तथ्य को भी बारीकी से खंगाला गया है कि तब मृतका की रसोई में मिले उस जूस के गिलास के पीछे की सच्चाई क्या रही है। कहीं उसमें कोई नशीली वस्तु तो नहीं डाली गई थी जिससे मृतका को बेसुध करने के बाद उसकी हत्या की गई हो लेकिन हाल फिलहाल ऑन रिकार्ड पुलिस आरोपी हत्यारों को गिरफ्तार करना तो दूर इनकी असली पहचान तक जुटाने में फेल साबित हुई है।वहीं फगवाड़ा में हुए उक्त ब्लाइंड मर्डर के पश्चात लोगों के दिलों-दिमाग पर खासी दहशत और खौफ छाया हुआ है और सबकी निगाहें पुलिस पर टिकी हुई हैं कि कब पुलिस तंत्र उक्त मर्डर केस को हल कर आरोपी हत्यारों को गिरफ्तार करते हुए इसके पीछे रहे कारणों का खुलासा करता है।
मृतक की पहचान तक न जुटा पाई रेलवे पुलिस
इसी तरह दूसरे मामले में भी रेलवे पुलिस फगवाड़ा तो ऑन रिकार्ड हत्या का शिकार बने अज्ञात युवक की पहचान तक नहीं जुटा सकी है और यह तथ्य आज भी अनसुलझा रहस्यमय है कि हत्यारों ने हत्या करने के बाद मृतक युवक के चेहरे पर तेजाब फैंक उसे क्यों जलाया और इसके पीछे क्या राज था कि लाश को रेलवे ट्रैक पर फैंका गया? हालांकि इसे लेकर रेलवे पुलिस तर्क दे रही है कि हत्यारों ने चेहरे पर तेजाब इसलिए फैंका क्योंकि हत्यारे हत्या का शिकार बने युवक की पहचान मिटाना चाहते थे और लाश को रेलवे ट्रैक पर इसलिए फैंका गया ताकि यह हत्या पहली नजर में रेल हादसा प्रतीत हो।
बता दें कि फगवाड़ा में कुछ दिन पहले 1 अज्ञात युवक की अज्ञात हत्यारों द्वारा कथित तौर पर मारपीट करने के बाद उसकी तेजधार हथियारों से नृशंस हत्या करने के बाद उसकी पहचान मिटाने हेतु उसके चेहरे पर तेजाब डाल उसे बुरी तरह से जला दिया था और जब उनका इससे भी दिल न भरा तो उसी की पहनी हुई शर्ट को उतार उसके चेहरे पर इसे रख इसे आग लगा दी थी। वहशी हत्यारों द्वारा इसके बाद मृतक युवक की लाश को लंबी दूरी तक जमीन पर घसीटते हुए फगवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास खेड़ा रेलवे फाटक के नजदीक मेन फगवाड़ा-लुधियान रेल ट्रैक पर गोबिन्दपुरा के समीप लावारिस हालत में हत्या को हादसे का रूप देने के मकसद से फैंक दिया था।
उक्त हत्याकांड़ को लेकर रेलवे पुलिस फगवाड़ा ने अज्ञात युवक की हत्या करने के आरोप में ऑन रिकार्ड अज्ञात हत्यारों के खिलाफ केस दर्ज किया हुआ है। हत्याओं को कैसे अंजाम दिया गया है इसे लेकर फगवाड़ा पुलिस एवं रेलवे पुलिस फगवाड़ा अभी तक कुछ भी पता नहीं कर पाई है।