Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 03:12 PM
प्रसव के दौरान महिला के पेट में कैंची छोड़ देने के पश्चात जच्चा की हुई मौत के मामले में सिविल अस्पताल की डाक्टर.......
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा, दर्दी): प्रसव के दौरान महिला के पेट में कैंची छोड़ देने के पश्चात जच्चा की हुई मौत के मामले में सिविल अस्पताल की डाक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई व इंसाफ की मांग को लेकर पीड़ितों ने दलित मानवाधिकार आयोग पंजाब के स्टेट को-आर्डीनेटर अशोक महेन्द्रा के पास गुहार लगाई। गांव धिगाना के निवासी गुरनाम सिंह पुत्र कर्म सिंह ने बताया कि आज उसकी लड़की शरनजीत कौर की मौत हुई है, जिसने 15 अगस्त को आप्रेशन के माध्यम से बच्चे को जन्म दिया था।
डाक्टर द्वारा आप्रेशन करते समय उसके पेट में कैंची छोड़ दी गई, जिस कारण आप्रेशन के बाद उसके पेट में काफी दर्द रहने लगा। उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान सिविल अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मृतका के पिता ने बताया कि अंतिम संस्कार के बाद वहां से एक डाक्टरी कैंची मिली, जिससे स्पष्ट हुआ कि डाक्टर द्वारा आप्रेशन के दौरान पेट में कैंची छोड़ दिए जाने से उसकी मौत हो गई।
इस संबंध में हमने तुरंत पुलिस को सूचना दी व पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कैंची अपने कब्जे में ले ली। इस अवसर पर दलित मानवाधिकार आयोग पंजाब के स्टेट को-आर्डीनेटर अशोक महेन्द्रा ने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाएंगे और जल्द ही पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जाएगा। इस अवसर पर गुरविंद्र सिंह, जसवंत सिंह व गुरनाम सिंह आदि उपस्थित थे।