Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 09:40 AM
पंजाब विधानसभा के कल से शुरू हो रहे 3 दिवसीय शीतकालीन सत्र के किसानों के मुद्दे विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा के इस्तीफे को लेकर हंगामेदार होने की संभावना है।
चंडीगढ़ (भुल्लर): 15वीं पंजाब विधानसभा का तीसरा सत्र सोमवार को बाद दोपहर दिवंगत शख्सियतों को श्रद्धांजलि देने से शुरू हो गया। शोक प्रस्ताव स्पीकर राणा के.पी. सिंह द्वारा पेश किया गया, जिस पर संक्षिप्त में विचार रखने के बाद 17 मिनट में सदन की कार्रवाई खत्म हो गई। दिवंगत शख्सियतों को 2 मिनट खड़े होकर मौन रखने व श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्रवाई कल सुबह तक के लिए उठा दी गई। उल्लेखनीय है कि पहले दिन सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल उपस्थित रहे, जबकि सुखबीर बादल गैर-हाजिर रहे। बजट सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री बादल ने भाग नहीं लिया था जिसके कारण विपक्ष द्वारा इस पर कई सवाल उठाए गए थे।
सोमवार को जिन दिवंगत शख्सियतों को सदन में श्रद्धांजलि दी गई, उनमें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की माता महिंद्र कौर, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी मल सिंह, पूर्व सांसद महिंद्र सिंह कल्याण के नाम उल्लेखनीय हैं। नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा, उप नेता सर्बजीत कौर मानूके, अकाली दल के लखबीर सिंह लोधीनंगल व कुछ अन्य सदस्यों के सुझाव पर शोक प्रस्ताव में कुछ और नाम शामिल किए गए। ऋण के कारण आत्महत्याएं करने वाले किसानों व मजदूरों, लुधियाना अग्निकांड में मारे गए लोगों के अलावा सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए स्कूली बच्चों व अध्यापकों को भी श्रद्धांजलि दी गई। जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए पंजाब के बहादुर सैनिकों को भी श्रद्धांजलि दी गई।
इसके अलावा सदन में जिन अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दी गई, उनमें पूर्व सांसद कंवर विश्वजीत, पूर्व विधायक बलवंत सिंह, राजा सिंह, बलबीर सिंह, सुरजन सिंह जोगा, राजकुमार, स्वतंत्रता सेनानी अर्जुन सिंह, बसन सिंह, जगत सिंह, बचन सिंह, राम स्वरूप, बचन कौर व चन्नण सिंह के अलावा शहीद बख्तावर सिंह, मनजिन्द्र सिंह, मनदीप सिंह व इंस्पैक्टर कंवलजीत सिंह शामिल थे।