Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 10:33 AM
बदलते समाज में आज हर व्यक्ति का कहना है कि महिलाएं आज के युग में पुरुषों के बराबर हैं। कोई भी काम हो, महिला उसे पुरुषों से बेहतर ढंग से कर सकती है लेकिन जिस तरह से बीते कुछ दिनों में महिलाएं शराब का अवैध धंधा करती पकड़ी गई हैं उस लिहाज से यह बराबरी...
गुरदासपुर (विनोद): बदलते समाज में आज हर व्यक्ति का कहना है कि महिलाएं आज के युग में पुरुषों के बराबर हैं। कोई भी काम हो, महिला उसे पुरुषों से बेहतर ढंग से कर सकती है लेकिन जिस तरह से बीते कुछ दिनों में महिलाएं शराब का अवैध धंधा करती पकड़ी गई हैं उस लिहाज से यह बराबरी शर्मसार करने वाली है।
गैर-कानूनी, विशेषकर नशों के अवैध धंधे में महिलाओं को संलिप्तता हर दिन बढ़ती जा रही है। जो हाथ पति के लिए रोटी बनाने, सास-ससुर की सेवा करने, बच्चों को ममता की थपकी देकर सुलाने सहित शिक्षा दिलाने के काम आते थे, वे अब अवैध शराब रूपी जहर तैयार करने में भी पीछे नहीं हैं। यह शराब गुरदासपुर, पठानकोट, बटाला तीनों पुलिस जिलों में प्रतिदिन बहुत अधिक मात्रा में पकड़ी भी जाती है।
पुलिस प्रतिदिन छापेमारी करती रहती है तथा शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त महिलाएं पकड़ी भी जाती हैं जिससे स्पष्ट होता है कि अब इस अवैध धंधे की कमान पुरुषों की बजाय महिलाओं के हाथ में चली गई है, क्योंकि बीते लगभग एक साल में शराब बनाने व बेचने के आरोप में इन दोनों जिलों में जितने भी आरोपी शराब सहित पकड़े गए हैं, उनमें लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं व नौजवान लड़कियां होती हैं।
पेट पर ब्लैडर बांधकर देती हैं पुलिस को गर्भवती होने का झांसा
इस संबंधी यदि पुलिस अधिकारियों से बात की जाए तो उनका कहना है कि महिलाओं पर पुलिस शक कम करती है। महिलाओं की तलाशी लेना भी इतना आसान काम नहीं है। सार्वजनिक स्थलों पर तो किसी महिला को रोककर उसे तलाशी देने के लिए कहा जाना किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जाता। लोग भी इस तरह के मामले को तूल देते हैं। महिलाएं शराब के ब्लैडर अपने पेट से बांध कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाती हैं क्योंकि ये महिलाएं गर्भवती दिखाई देती हैं और पुलिस को आसानी से चकमा देने में सफल हो जाती हैं। कुछ महिलाएं तो ऐसा कर बस में सफर तक कर लेती हैं या कार आदि में भी शराब एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का धंधा कर रही हैं। इसके बावजूद पुलिस इस मामले में सतर्क है। बीते 6 दिनों में जिला पुलिस गुरदासपुर में 20 से अधिक महिलाएं शराब सहित पकड़ी गई हैं।
ये गांव प्रसिद्ध हैं शराब के अवैध कारोबार के लिए
इस समय जिला गुरदासपुर में मौजपुर, बहरामपुर, डीडा सैनियां, बरियार, गांधियां, मानकौर तथा जिला पुलिस पठानकोट में सुजानपुर, घरोटा सहित अन्य कई ऐसे गांव हैं जो इस अवैध शराब का निर्माण करने के लिए प्रसिद्ध हैं। बीते दिनों डीडा सैनियां से दीनानगर पुलिस तथा भैणी मीयां खां पुलिस ने गांव मौजपुर से भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की थी, जबकि इस गांव के प्रमुख लोग कुछ माह से दावा कर रहे थे कि उन्होंने लोगों को प्रेरित करके गांव से शराब का अवैध धंधा बंद करवा दिया है। इन गांवों की कुछ महिलाओं पर तो अदालतों में शराब संबंधी 25-25 केस चल रहे हैं जो जमानत पर छूटते ही बिना किसी भय के पुन: इसी अवैध धंधे में लग जाती हैं।
कारोबार की टर्नओवर देखकर तय होते हैं रिश्ते
जानकारी अनुसार इस समय अधिकतर गांवों में पुरुषों ने पुलिस के भय से यह सारा कारोबार महिलाओं के हाथों में सौंप दिया है और वे खुद घर के अन्य कामकाज करते हैं। दूसरी ओर महिलाओं ने अपनी नौजवान लड़कियों व लड़कों को भी इस धंधे में शामिल कर लिया है। जिला गुरदासपुर में एक विशेष जाति के लोग तो शराब का अवैध धंधा करना शान की बात समझते हैं। इस बिरादरी में लड़के/लड़कियों के रिश्ते तक इस कारोबार के फैलाव व टर्नओवर को देख कर ही किए जाते हैं। सूत्रों के अनुसार जिला गुरदासपुर में कुछ गांव अब स्वयं शराब तैयार नहीं करते बल्कि हिमाचल प्रदेश के कस्बा छन्नीबेली से लाकर बेचते हैं जिसमें पानी डाल कर उसकी मात्रा बढ़ा ली जाती
क्या 10 बोतल शराब लेकर ही चलता है हर तस्कर!
इस संबंधी समाज सेवक राकेश ज्योति पूर्व प्रधान नगर कौंसिल, रमन बहल पूर्व प्रधान नगर कौंसिल, मक्खन कोहाड़, अमरजीत शास्त्री, अमरजीत सिंह चाहल, सविन्द्र सिंह गिल, मंजीत सिंह डाला, संदीप कपूर आदि से बात की जाए तो उनका कहना है कि यदि इस तरह के धंधे में महिलाओं की संलिप्तता बढ़ती गई तो निश्चित रूप में इसका असर समाज पर जरूर पड़ेगा और देश को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। सामाजिक संगठनों को भी चाहिए कि वे इस मामले में अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
इन लोगों के अनुसार पुलिस की मर्जी के बिना इस तरह का अवैध धंधा नहीं किया जा सकता। उन्होंने आरोप लगाया कि बीते कुछ दिनों से जिला पुलिस गुरदासपुर में शराब का अवैध कारोबार करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है तथा शराब भी पकड़ी जा रही है, परंतु हैरानी इस बात की है कि हर आरोपी से 7,500 मि.ली. (10 बोतल) अवैध शराब ही पकड़ी जा रही है। क्या हर शराब तस्कर इतनी ही शराब लेकर चलता है?