Edited By Updated: 18 Feb, 2017 01:16 PM
फोर्टिस अस्पताल में 45 साल के मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया गया। मरीज की पत्नी ने पति को किडनी देकर नई
लुधियाना(सहगल) : फोर्टिस अस्पताल में 45 साल के मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया गया। मरीज की पत्नी ने पति को किडनी देकर नई जिन्दगी दी। प्रैस कॉन्फ्रैंस दौरान अस्पताल के डायरैक्टर विवान सिंह गिल ने कहा कि फोर्टिस क्लब पंजाब में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए एलाइट क्लब से जुड़ गया है। हमारे यहां पहला मरीज 7 जनवरी को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए आया। उसे उसकी पत्नी ने किडनी दी, जिसे लैप्रोस्कॉपी तकनीक से निकाला गया। नैफ्रालॉजी विभाग के डायरैक्टर डा. नवदीप सिंह खैहरा ने कहा कि जिन मरीजों की किडनी फेल हो जाती है, उन्हें ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है। यूरोलॉजी, लैप्रोस्कॉपी व किडनी विभाग के सीनियर कंसल्टैंट डा. आशीष जिंदल ने कहा कि किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक हो गया है और अब मरीज रिकवरी कर रहा है। उसे नैफ्रोलॉजिस्ट, ट्रांसप्लांट सर्जन, एनास्थिसिट और क्रिटिकल केयर एक्सपर्ट नॄसग स्टाफ की निगरानी में रखा गया था।
विवान सिंह गिल ने सफलतापूर्वक किडनी ट्रांसप्लांट करने वाली टीम में शामिल डा. नवदीप सिंह खैहरा, डा. आशीष जिंदल, यूरोलॉजिस्ट डा. योगेश कालड़ा व ट्रांसप्लांट को-आर्डीनेटर डा. गौरव बिंदल का धन्यवाद किया।उन्होंने कहा कि हमारे पास बढिय़ा ऑप्रेशन थिएटर व किडनी ट्रांसप्लांट आई.सी.यू. उपलब्ध है। किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले अजय पारीक ने कहा कि मैं खुशनसीब हूं कि मुझे रितू जैसी प्यार करने वाली पत्नी मिली, जिसने मुझे नई जिंदगी दी है।