Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jul, 2017 03:25 PM
राज्य सरकार व खेतीबाड़ी विभाग किसानों को अच्छी कीटनाशक दवाइयां, बीज व खाद प्रदान करवाने के दावे करते आ रहे हैं परन्तु फिर भी
नथाना (बज्जोआणियां): राज्य सरकार व खेतीबाड़ी विभाग किसानों को अच्छी कीटनाशक दवाइयां, बीज व खाद प्रदान करवाने के दावे करते आ रहे हैं परन्तु फिर भी सच्चाई यह है कि किसानों को पहले की तरह ही नकली कृषि वस्तुएं मिल रही हैं जिससे फसलें विभिन्न बीमारियों से प्रभावित हो रही हैं।
राज्य में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद किसानों को आस जगी थी कि आने वाले समय में उनको अच्छी किस्म के कृषि उत्पाद मिलेंगे परन्तु सत्ता में चेहरों का बदलाव ही हुआ है। पूर्व सरकार की तरह बाजारों में नकली कृषि वस्तुएं भी बाजार में जोर-शोर से बिक रही हैं, जिससे किसानों का कई पक्षों से नुक्सान हो रहा है। किसानों द्वारा नरमे की फसल पर आई सफे द मक्खी के हमले के कारण अपनी फसल का सफाया करने की खबरें हर रोज किसी न किसी गांव से सुनने को मिल रही हैं। गांव कल्याण सुक्खा के एक किसान हरदीप सिंह पुत्र भुपिंद्र सिंह ने सफेद मक्खी की मार के नीचे आई अपनी अढ़ाई एकड़ नरमे की फसल का सफाया कर दिया है।
हरदीप सिंह ने बताया कि उसने अपनी फसल को बचाने के लिए कृषि माहिरों की सिफारिश अनुसार कई किस्म की कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी किया परन्तु कोई दवा फसल को बचाने में सहायक साबित नहीं हो सकी। अन्य किसानों ने बताया कि हरदीप सिंह छोटा किसान है, जिसने 50,000 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन ठेके पर लेकर नरमे की बिजाई की थी। इस तरह उस हजारों रुपयों का कर्ज और चढ़ गया है। किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष शिंगारा सिंह मान ने कहा कि कृषि विभाग में फैला भ्रष्टाचार पहले की तरह ही जारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि नकली वस्तुओं के चलते ही फसलें तबाह हो रही हैं, जिसके लिए सरकार व विभाग सीधे तौर पर जिम्मेदार है। उन्होंने सरकार से प्रभावित किसानों को बिना देरी नुक्सान का नकद मुआवजा देने की मांग की।