Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 10:11 AM
जिले में पिछले पांच वर्षों के दौरान 67 महिलाओं का कुछ अता-पता नहीं लग सका है। इनमें 25 वर्ष और इससे कम उम्र की 28 महिलाएं भी शामिल हैं। पटियाला पुलिस के रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2013 में 9 महिलाएं लापता हुईं, जिनमें 25 वर्ष या इससे कम उम्र की 4...
पटियाला(बलजिन्द्र) : जिले में पिछले पांच वर्षों के दौरान 67 महिलाओं का कुछ अता-पता नहीं लग सका है। इनमें 25 वर्ष और इससे कम उम्र की 28 महिलाएं भी शामिल हैं। पटियाला पुलिस के रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2013 में 9 महिलाएं लापता हुईं, जिनमें 25 वर्ष या इससे कम उम्र की 4 महिलाएं शामिल हैं। इसी तरह वर्ष 2014 में 15 महिलाएं लापता हुईं, जिनमें 25 वर्ष की उम्र से कम की 7 महिलाएं शामिल हैं।
वर्ष 2015 में लापता महिलाओं की संख्या भी 15 ही रही, जिनमें 25 वर्ष या इससे कम की 6 महिलाएं शामिल हैं। वर्ष 2016 में कुल 14 महिलाओं के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस विभाग के पास दर्ज है, जिनमें से 5 महिलाएं 25 वर्ष या इससे कम उम्र की हैं। वर्ष 2017 में अब तक कुल 14 महिलाएं लापता हो चुकी हैं, जिनमें 25 वर्ष या इससे कम उम्र की 6 महिलाएं शामिल हैं।
3 नाबालिग बच्च्चियां भी शामिल
पिछले 5 वर्षों के दौरान लापता हुई महिलाओं में 3 नाबालिग बच्चियां भी शामिल हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2014 में 3 नाबालिग बच्चियां लापता हुई हैं, जिनमें से एक की उम्र 7 वर्ष, एक की 11 वर्ष और एक की 12 वर्ष है। पुलिस द्वारा हालांकि इनको ढूंढने का बड़े स्तर पर दावा किया जा रहा है परंतु अभी तक पुलिस रिकार्ड के अनुसार इनका सुराग नहीं लग सका।
पुलिस भी नहीं दिखाती कोई दिलचस्पी
लापता महिलाओं को ढूंढने में पुलिस द्वारा भी कोई ज्यादा रुचि नहीं दिखाई जाती। जो केस मीडिया में रिपोर्ट हो जाता है या फिर सोशल मीडिया पर लाइमलाइट में आ जाता है, पुलिस द्वारा सिर्फ उसमें ही दिलचस्पी दिखाई जाती है। ज्यादातर यह देखने में आता है कि पुलिस अधिक से अधिक लापता की रिपोर्ट लिखने तक ही सीमित रहती है। कई बार यह देखने में आता है कि लापता व्यक्ति, महिला या बच्ची के परिवार वाले अक्सर यह शिकायत करते दिखाई देते हैं कि पुलिस द्वारा उनकी शिकायत भी दर्ज नहीं की जा रही है।
लापता महिलाओं बारे संबंधित पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी हो फिक्स : परमिंद्र कौर
प्रसिद्ध समाजसेविका और कलाकृति की डायरैक्टर परमिंद्र कौर ने कहा कि लापता महिलाओं बारे संबंधित पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। खास तौर पर नाबालिग बच्चियों बारे क्योंकि अक्सर देखने में आता है कि पुलिस की तरफ से लापता महिलाओं को ढूंढने में किसी तरह की कोई ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई जाती है। पुलिस के उच्चाधिकारियों को एक निर्धारित समय में लापता महिलाओं बारे पुलिस द्वारा कौन से प्रयत्न किए गए हैं, इस बारे रिपोर्ट लेनी चाहिए।