Edited By Updated: 16 Jan, 2017 10:57 AM
इन दिनों जहां भी देखो, विधानसभा चुनाव संबंधी चर्चा जोरों पर है। बेशक अभी उम्मीदवारों में उतना उत्साह नहीं है तथा वे अभी अपने नाराज नेताओं को मनाने में व्यस्त हैं, परंतु आम पब्लिक इस होने वाले विधानसभा ....
गुरदासपुर (विनोद): इन दिनों जहां भी देखो, विधानसभा चुनाव संबंधी चर्चा जोरों पर है। बेशक अभी उम्मीदवारों में उतना उत्साह नहीं है तथा वे अभी अपने नाराज नेताओं को मनाने में व्यस्त हैं, परंतु आम पब्लिक इस होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर काफी गंभीर है, क्योंकि यह चुनाव पंजाब में किस राजनीतिक दल की सरकार बनेगी, इसका फैसला करेंगे।
दिन के समय लोगों को अपने कारोबार से फुर्सत नहीं मिलती तथा लोग अपने कामकाज मे इतना व्यस्त हो जाते हैं कि चुनाव तो क्या, देश की अन्य समस्याओं के बारे में भी विचार-विमर्श नहीं कर पाते, परंतु सुबह तथा शाम को सैर करने वाले लोग पार्क,सैरगाह तथा जहां भी मौका मिले, विधानसभा चुनाव संबंधी विचार-विमर्श गहनता से करते हैं तथा चुनाव के बाद क्या स्थिति होगी, उस संबंधी भी अपना सर्वे तक सुना देते हैं।
सैर करने वाले लोगों का मानना है कि नोटबंदी के बाद कारोबार पर कुछ असर पड़ा है तथा लोग इस नोटबंदी के चक्कर से स्वयं निकलने तथा देश को निकालने के लिए भी चर्चा करते हैं, परंतु इन सभी चर्चाओं पर भारी विधानसभा चुनाव ही रहते हैं,क्योंकि इस चुनाव से पंजाब के लोगों पर सीधा असर पड़ेगा।
क्या है प्रतिक्रियाएं सैर आए लोगों की
जो राजनीतिक दल चुनाव घोषणा-पत्र जारी करते हैं, वह एक दस्तावेज बनना चाहिए। यदि उस राजनीतिक दल की सरकार बने तो वह राजनीतिक दल चुनाव घोषणा-पत्र अनुसार काम न करे तो उस राजनीतिक दल के विरुद्ध अदालत में केस करने का प्रावधान होना चाहिए।
सुभाष चन्द्र
पंजाब में अफसरशाही बहुत हावी है। व्यापारी वर्ग को हर अफसर चोर तथा भ्रष्ट समझता है जबकि सभी जानते हैं कि भ्रष्ट कौन है तथा चोर कौन है। पंजाब के लोगों को राहत देने के लिए पंजाब में ऐसी सरकार बने, जो व्यापारी वर्ग को अफसरशाही से राहत दिलाए।
सुखदेव सिंह
नगर कौंसिल, पंचायत, विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में हर उम्मीदवार कई तरह के वायदे तथा घोषणाएं करता है। उन घोषणाओं की जिला प्रशासन तथा लोगों को रिकार्डिंग करके अपने पास रखनी चाहिए। यदि उम्मीदवार चुनाव जीतने के बाद किए वायदों को पूरा नहीं करता तो उसके विरुद्ध केस दर्ज होना चाहिए ।
धर्म सिंह
सरकार ऐसी बने जो सरकारी दफ्तरों में चल रही रिश्वतखोरी पर नुकेल डाले। सरकारी स्कूलों व कालेजों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाए। सरकारी फीसों में कमी की जाए। वहीं हर गांव में 10+2 तक स्कूल हो। पंजाब के विकास के लिए उचित कदम उठाए।
सुखजीत सिंह
बेरोजगार नौजवान गलत रास्तों पर चल पड़ता है तथा उसे बहकाना भी आसान होता है। पंजाब में हमें ऐसी सरकार चाहिए जो बेरोजगार नौजवानों के लिए रोजगार पैदा करने वाली योजनाएं बनाए तथा बेरोजगारी को प्राथमिकता से दूर करे।
तरसेम कुमार
सरकार कोई भी आए पर जनरल कैटेगरी के बारे में भी सोचे। जनरल कैटेगरी में भी काफी लोग गरीबी-रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं। आने वाली सरकार जहां जनरल कैटेगरी वालों के लिए पॉलिसी बनाए, वहीं पंजाब में नए प्रोजैक्ट लगाए।
विक्रम पुरी, संगरूर
पंजाब को सभी राजनीतिक दलों ने बहुत बदनाम किया है। पंजाब नशों का छठा दरिया है,जहां गुंडागर्दी, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार बहुत है आदि कई तरह की बातें राजनीतिक दलों के नेता करते हैं। हम चाहते हैं कि पंजाब को देश में नंबर-1 राज्य बनाने वाली सरकार बने।
मक्खन सिंह
पंजाब में जो भी सरकार सत्ता में आए, वह सबसे पहले हर घर में एक आदमी को योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दे, इतना ही नहीं, आने वाली सरकार पंजाब में ऐसे प्रोजैक्ट लगाए जिससे न सिर्फ राज्य का विकास हो बल्कि ज्यादा रोजगार के अवसर भी पैदा हों।
गिरीश शर्मा, फिरोजपुर कैंट