Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 03:57 PM
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का झगड़ा अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दरबार में जा पहुंचा है।अमृतसर से सांसद रहे सिद्धू, जब कांग्रेस में आए तो उनके साथ उनके समर्थक दमनदीप भी पार्टी में शामिल हुए थे।
जालंधर/नई दिल्लीः स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का झगड़ा अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दरबार में जा पहुंचा है।अमृतसर से सांसद रहे सिद्धू, जब कांग्रेस में आए तो उनके साथ उनके समर्थक दमनदीप भी पार्टी में शामिल हुए थे।
अपना दबदबा बनाने के लिए सिद्धू ने दमनदीप को अमृतसर का मेयर बनाने के लिए कैप्टन पर जोर डाला था। कैप्टन ने साफ कर दिया था कि पुराने कांग्रेसियों को तरजीह दी जाएगी। इसके बाद सिद्धू ने सदस्यों के जरिए ताकत दिखाने की भी कोशिश की, लेकिन असफल रहे।
ऐसे में नाराज पंजाब के कैबिनेट मंत्री ने राहुल गांधी से मिलकर शिकायत करने के लिए वक्त मांगा। वह मिले तो शिकायत करने के लिए थे, लेकिन उलटे राहुल ने सिद्धू से नाराजगी जता दी। यह वो पल था, जिसकी शायद उन्होंने उम्मीद ही नहीं की होगी। सिद्धू से पहले ही कैप्टन ने अपनी रिपोर्ट राहुल को सौंप दी थी।
रिपोर्ट में साफ कहा गया था कि सिद्धू सिर्फ अमृतसर में अपना दबदबा चाहते हैं। इसलिए वह अपने उस समर्थक दमनदीप को वहां का मेयर बनाना चाहते हैं,जबकि कांग्रेस के पुराने नेता पहले से कतार में हैं। इसके साथ ही वह पार्टी में फूट डालने की भी कोशिश कर रहे थे। कैप्टन की रिपोर्ट में एक खास बात का जिक्र किया गया कि सिद्धू ने हिमाचल और गुजरात के विधानसभा चुनाव में कहने के बावजूद प्रचार नहीं किया। बस यही बात राहुल को खासतौर पर अखर गई। दरअसल, हिमाचल बिल्कुल पंजाब से सटा हुआ है। कहने के बावजूद सिद्धू वहां प्रचार करने नहीं गए।
इसके बाद मामला राहुल तक पहुंचा और 4 दिसम्बर को राहुल के पार्टी अध्यक्ष पद के नामांकन के दिन जब सिद्धू कांग्रेस मुख्यालय आए तो खुद राहुल ने उनसे हिमाचल में प्रचार नहीं करने की बात उठाते हुए आगे गुजरात में चुनाव प्रचार करने का निर्देश दिए। आदेशों को धत्ता बताते हुए सिद्धू हिमाचल के बाद गुजरात में भी चुनाव प्रचार करने नहीं गए, जो राहुल को भी नागवार गुजरा।
इसीलिए नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली आए तो कैप्टन से अपनी नाराजगी जताने थे, लेकिन उल्टे राहुल की नाराजगी सुनकर लौटे। शायद कह सकते हैं कि टीम इंडिया का ये ओपनर पंजाब की सियासी पिच पर राहुल दरबार में आया तो छक्का मारने था, लेकिन खुद ही हिट विकेट हो गया।