Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Sep, 2017 10:33 AM
पावरकॉम के बाद जनसेहत विभाग की कार्यप्रणाली भी आए दिन सुखियों में रहती है।
पठानकोट/घरोटा(शारदा, राजन): पावरकॉम के बाद जनसेहत विभाग की कार्यप्रणाली भी आए दिन सुखियों में रहती है।
इसका खमियाजा आम उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। इसकी बानगी इन दिनों गांव पपियाल में देखने को मिली। यहां नलों में पानी आने का इंतजार करते हुए एक परिवार की आंखें पथरा गई हैं परंतु विभाग की कार्यप्रणाली का आलम यह है कि नल में पानी तो नहीं आया अपितु उपभोक्ता को पानी का 2400 रुपए की राशि का बिल विभाग ने अवश्य भेज दिया। इससे आजिज उपभोक्ता ने इस मसले को प्रशासन के सम्मुख उठाकर
सैनीटेशन विभाग की ढुलमुल कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं।
इस संबंध में गांव पपियाल निवासी जरनैल सिंह ने बताया कि उसने अपने घर में पानी का कनैक्शन लेने के लिए 2015 में बतौर सिक्योरिटी राशि जमा करवाई व अन्य औपचारिकताएं पूरी की थीं परंतु लम्बा अर्सा बीतने के बाद भी विभाग ने उनके घर पानी का कनैक्शन तो नहीं लगाया।
पानी के लिए वह घर में लगे हैंडपम्प पर ही निर्भर हैं परंतु विभाग ने उनके घर में बिना पानी का कनैक्शन लगाए 2400 रुपए का भारी-भरकम बिल भेज दिया। जरनैल ने आगे बताया कि जब उसने बिल आने संबंधी विभाग के कर्मचारियों से पूछा कि बेशक उसके घर में पानी का नल नहीं है परंतु विभाग के रिकार्ड में पानी का कनैक्शन जारी है इसलिए बिल की राशि जमा करवानी होगी। वहीं जरनैल ने विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर इस बाबत जांच करने के लिए उच्चाधिकारियों से मांग की है।