Edited By Updated: 05 Dec, 2016 10:11 AM
वाटर सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग का यह निठल्लापन ही तो है कि दातारपुर की आधी आबादी में पिछले 3 दिन से पानी की सप्लाई बंद है और लोगों में हाहाकार है
तलवाड़ा (डी.सी.): वाटर सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग का यह निठल्लापन ही तो है कि दातारपुर की आधी आबादी में पिछले 3 दिन से पानी की सप्लाई बंद है और लोगों में हाहाकार है। लोग गुजारे के लिए पानी को हासिल करने हेतु दूर-दूर जाकर पानी-पानी हो रहे हैं, पर क्या मजाल की विभागीय अधिकारी स्वयं को यह समझते हुए कि हम आखिर जनता के नौकर हैं जैसे-तैसे संकट की इस घड़ी में विकल्प को लेकर टैंकरों आदि से पानी की पहुंच लोगों के घरों तक करें।
कैसी है परेशानी
यहां पानी की किल्लत से आ रही परेशानी से त्रस्त लोगों की हालत को बयां करना कोई आसान बात नहीं है। आज के समय में यहां नोटबंदी के चलते लोग हर रोज की पौ फटते ही बैंकों की ओर कूच करने को लाचार रहते हैं वहीं दूसरी तरफ पानीबंदी के चलते गृहिणियां व बच्चे सिर पर घड़े उठा कर पड़ोसी गांव की ओर कूच करने लगते हैं। कुछ ऐसे परिवार हैं जिनमें युवा अपने स्कूटर-मोटरसाइकिल पर किसी दूसरे को साथ लेकर पीपे-कैन आदि पानी से भर कर ले आ रहे हैं तो कुछ बुजुर्ग यह कहते भी सुने भी जा रहे हैं कि वाह ‘बादल सरकारें! तेरी सेवा के यह कैसे लारे। ऐसे पानी संकट से लबालब बनी परिस्थितियां पिछले दिन से लगातार बनी हुई हैं।
क्या कहते हैं नागरिक
युवा समाजसेवी बॉबी कौशल, हरबंस लाल, प्रेम, जसविंद्र, संजीव, अशोक, राकेश, करनैल सिंह ने घुमिहार मोहल्ला में कहा कि पानी संकट लोगों को कभी आ ही नहीं सकता। बशर्ते विभागीय अधिकारी विकल्प में टैंकरों से पानी की सप्लाई दे दें। देश का दुर्भाग्य यह है कि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपनी तनख्वाह बढ़ौतरी व नियमित होने की मांगों को लेकर आए दिन समाचार पत्रों की सुर्खियां में तो रहते हैं लेकिन जिन लोगों को अपनी सेवाएं देनी होती हैं उन लोगों प्रति यह अपना गैर-जिम्मेदाराना मतलब पानी संकट समय विभागीय अधिकारी संबंधित समस्या संबंधी बात करने से भी कन्नी काटते हैं, रवैया दिखाता है। इन लोगों ने कहा कि खैर इनका जाने अल्ला जान। परेशान महिलाएं, बच्चे, बूढ़े कहां से पीने योग्य पानी ला रहे हैं इसकी जानकारी के लिए इनका क्या लेना-देना।
तकनीकी खराबी से पैदा हुआ जल संकट
एस.डी.ओ. गुरबचन डढवाल ने बताया कि यह पानी का संकट वाटर सप्लाई योजना में तकनीकी खराबी कारण पैदा हुआ है। हम सप्लाई जल्दी पुन: शुरू करने में लगे हुए हैं।