Edited By Updated: 21 Mar, 2017 12:13 PM
पठानकोट के ब्लॉक धारकलां अधीन वाटर एंड सैनीटेशन विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए ब्लॉक धारकलां क्षेत्र के कई गांवों की गलियों व अन्य स्थानों पर अवैध रूप से चल रहे कनैक्शनों के साथ-साथ सार्वजनिक पानी के कनैक्शन भी काट दिए हैं। इससे लोगों में हाहाकार मच...
पठानकोट(कंवल, आदित्य): पठानकोट के ब्लॉक धारकलां अधीन वाटर एंड सैनीटेशन विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए ब्लॉक धारकलां क्षेत्र के कई गांवों की गलियों व अन्य स्थानों पर अवैध रूप से चल रहे कनैक्शनों के साथ-साथ सार्वजनिक पानी के कनैक्शन भी काट दिए हैं। इससे लोगों में हाहाकार मच गया है। गरीब व बेरोजगारी के कारण आॢथक मंदहाली झेल रहे परिवारों के लिए पानी की बूंद-बूंद को तरसने की नौबत आ गई है।
एक तरफ पंजाब में कांग्रेस की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने एक दम नई राजनीति को लागू करके आम जनता के साथ-साथ सत्ता पक्षों के अलावा विरोधी विचारों के लोगों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया। सब ने सरकार का प्रथम मगर सही फैसला मानते हुए सराहना की, दूसरी तरफ वाटर एंड सैनीटेशन विभाग के उक्त फैसले व कार्रवाई से नाराज लोगों को सड़क पर विरोध करने के लिए खड़ा कर दिया है। विभाग की उक्त कार्रवाई का विरोध करते हुए लोगों ने पठानकोट-चम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुनेरा स्थित प्रदर्शन किया।
शिअद के ब्लॉक अध्यक्ष नरेश सिंह पठानिया के नेतृत्व में कैप्टन सरकार के खिलाफ प्रथम रोष प्रदर्शन करते कहा कि ब्लॉक धारकलां नीम पर्वतीय क्षेत्र में लोगों के पास न तो कोई रोजगार है और न ही सरकार द्वारा क्षेत्र में कोई औद्योगिक इकाई लगाई गई है जो लोगों के लिए रोजगार मुहैया करवा सके इसलिए लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। परिवार के लिए दो वक्त की रोजी रोटी का जुगाड़ कर पाना भी कठिन है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि गरीब परिवारों को पीने योग्य पानी की व्यवस्था न की गई तो मजबूरन समस्त गांवों के लोगों को साथ लेकर बड़े पैमाने पर संघर्ष चलाया जाएगा।