Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Mar, 2018 02:18 PM
एक बार फिर माहौल हुआ सुफियाना। फिर गूंजे सुर और स्टेज पर गाने पहुंची वडाली जोड़ी। फर्क महज इतना था कि इस बार पूरन चंद वडाली के साथ उनके भाई प्यारे लाल वडाली नहीं बल्कि उनका बेटा लखविंदर वडाली था। पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने प्यारे को संगीतमय...
अमृतसर/लुधियानाः एक बार फिर माहौल हुआ सुफियाना। फिर गूंजे सुर और स्टेज पर गाने पहुंची वडाली जोड़ी। फर्क महज इतना था कि इस बार पूरन चंद वडाली के साथ उनके भाई प्यारे लाल वडाली नहीं बल्कि उनका बेटा लखविंदर वडाली था। पिता-पुत्र की इस जोड़ी ने प्यारे को संगीतमय श्रद्धाजंलि दी।
प्यारे लाल वडाली की मौत के बाद पूर्ण चंद और लखविन्दर वडाली ने स्टेज संभाली तो प्यारे की कमी हर किसी को खली। उन्होंने जो भी अफसाना छेड़ा। उस में जिक्र हुआ प्यारे का। वह प्यारे जो संगीत जगत के प्यारे थे। यहां बता दें कि प्यारे लाल वडाली 9 मार्च को इस दुनिया को सदा के लिए अलविदा कह गए थे। उनके जाने से वडाली ब्रदरज की जोड़ी तो टूटी पर परिवार का गायिकी का सफर अभी जारी है। हालांकि यह जोड़ी अब वडाली भाईयों की नहीं बल्कि पिता-पुत्र की होगी। कह सकते हैं कि लखविन्दर वडाली ने अपने चाचा की संगीतमय विरासत को संभाल लिया है।