Edited By Updated: 08 Feb, 2017 06:55 PM
पंजाब विधानसभा चुनाव में शहरी सीट समझे जाने वाले हलकों की जनता ने मतदान में रुचि नहीं दिखाई है। ये वे सीटें हैं जिनमें से अधिकतर पर शिरोमणि अकाली दल के विधायक हैं। तकरीबन इन सभी सीटों पर अकाली दल ने अपने विधायकों पर विश्वास जताते हुए टिकट थमाए थे।...
जालंधरः पंजाब विधानसभा चुनाव में शहरी सीट समझे जाने वाले हलकों की जनता ने मतदान में रुचि नहीं दिखाई है। ये वे सीटें हैं जिनमें से अधिकतर पर शिरोमणि अकाली दल के विधायक हैं। तकरीबन इन सभी सीटों पर अकाली दल ने अपने विधायकों पर विश्वास जताते हुए टिकट थमाए थे। इनमें से अधिकतर सीटें ङ्क्षहदू बहुल भी हैं। पंजाब केसरी इलैक्शन टीम ने इनमें से 27 सीटों पर हुई वोटिंग के आंकड़ों को खंगाला तो ये तथ्य हाथ लगे। इन 27 विधानसभा सीटों में से 21 सीटें ऐसी हैं जहां वोटिंग प्रतिशत पिछले चुनाव की अपेक्षा कम रहा।
इतना ही नहीं, कई सीटों पर तो वोटिंग प्रतिशत 10 प्रतिशत तक गिर गया। इन सीटों में से मोगा और डेराबस्सी ऐसी सीटें हैं जहां 2012 में हुए पंजाब विधानसभा चुनाव के मुकाबले 10 प्रतिशत वोट कम डाले गए। यदि बात की जाए शहरी सीट समझे जाने वाली 27 सीटों की तो इन पर 2012 में 77 प्रतिशत वोटिंग हुई थी जो 2017 में 74 प्रतिशत तक सिमट गई। इसके अलावा इन सीटों में से केवल 2 सीटें ही ऐसी हैं जहां वोटिंग प्रतिशत अधिक रहा। यहां भी केवल 2 प्रतिशत वोटिंग ही अधिक रही। इसके अलावा संगरूर, जगराओं और गुरदासपुर की सीट पर वोटिंग प्रतिशत पिछले वर्ष के बराबर रहा।
कम वोटिंग वाले हलकों के विधायक
कम वोटिंग वाली 23 सीटों में 14 विधायक शिरोमणि अकाली दल से, 7 कांग्रेस से और 1 विधायक आजाद है। इनमें से मोगा में जोङ्क्षगद्रपाल सिंह (अकाली), डेराबस्सी से एन.के. शर्मा (अकाली), कपूरथला से राणा गुरजीत सिंह (कांग्रेस), पटियाला से परनीत कौर (कांग्रेस), फरीदकोट से दीप मल्होत्रा (अकाली), गढ़शंकर से सुरिंद्र कुमार भुल्लेवाल (अकाली), नकोदर से गुरप्रताप सिंह वडाला (अकाली), अटारी से गुलजार सिंह रणीके (अकाली), तरनतारन से हरमीत सिंह संधू (अकाली), बरनाला से केवल सिंह ढिल्लों (कांग्रेस), कोटकपूरा से मनतार सिंह बराड़ (अकाली), अमृतसर साऊथ से इंद्र सिंह बुलारिया (अकाली), एस.ए.एस. नगर से बलबीर सिंह सिद्धू (कांग्रेस), नवांशहर से गुर इकबाल कौर बबली (कांग्रेस), जालंधर कैंट से परगट सिंह (अकाली), रूपनगर से दलजीत सिंह चीमा (अकाली), खन्ना से गुरकीरत सिंह कोटली (कांग्रेस), बटाला से अश्वनी सेखड़ी (कांग्रेस), रामपुराफूल से सिकंदर सिंह मलूका (अकाली), भटिंडा से सरूप चंद सिंगला (अकाली), लुधियाना ईस्ट से रणजीत सिंह ढिल्लों (अकाली) और लुधियाना साऊथ से बलविंद्र सिंह बैंस (आजाद) विधायक हैं।इसके अलावा 3 सीटों पर शिरोमणि अकाली दल के विधायक हैं। यहां संगरूर से प्रकाश चंद गर्ग (अकाली), जगराओं से शिवराम कलेर (अकाली) व गुरदासपुर से गुरबचन सिंह बब्बेहाली (अकाली) के विधायक थे।
अधिक वोटिंग वाले हलकों के विधायक
अधिक वोटिंग वाले 2 हलकों में दोनों विधायक शिरोमणि अकाली दल से हैं। मानसा से प्रेम मित्तल (अकाली), बुढलाडा से चेतन एस. सिंह (अकाली) के विधायक हैं।
यहां हुई सामान वोटिंग
हलका |
2017 |
2012 |
बराबर |
संगरूर |
80 |
80 |
0 |
जगराओं |
76 |
76 |
0 |
गुरदासपुर |
75 |
75 |
0 |
यहां हुई अधिक वोटिंग
हलका |
2017 |
2012 |
बढ़त % |
मानसा |
84 |
82 |
2 |
बुढलाडा |
85 |
83 |
2 |
इन जिलों में हुई कम वोटिंग
हलका |
2017 |
2012 |
कम % |
मोगा |
67 |
77 |
10 |
डेराबस्सी |
69 |
79 |
10 |
कपूरथला |
75 |
81 |
6 |
पटियाला |
67 |
72 |
5 |
फरीदकोट |
79 |
84 |
5 |
गढ़शंकर |
74 |
75 |
5 |
नकोदर |
77 |
82 |
5 |
अटारी |
70 |
75 |
5 |
तरनतारन |
72 |
77 |
5 |
बरनाला |
76 |
80 |
4 |
कोटकपूरा |
79 |
83 |
4 |
अमृतसर साऊथ |
60
|
64 |
4 |
एस.ए.एस. नगर |
66 |
70 |
4 |
नवांशहर |
76 |
80 |
4 |
जालंधर कैंट |
68 |
71 |
3 |
रूपनगर |
74 |
77 |
3 |
खन्ना |
78 |
81 |
3 |
बटाला |
71 |
74 |
3 |
रामपुराफूल |
86 |
87 |
1 |
भटिंडा |
73 |
74 |
1 |
लुधियाना ईस्ट |
71 |
72 |
1 |
लुधियाना साऊथ |
68 |
69 |
1 |
x
x
x