Edited By Updated: 24 Jan, 2017 02:13 AM
भारतीय जनता पार्टी पंजाब इन दिनों चुनावी मैदान में अपनी 23 सीटों को बचाने के लिए ...
जालंधर(पाहवा): भारतीय जनता पार्टी पंजाब इन दिनों चुनावी मैदान में अपनी 23 सीटों को बचाने के लिए खूब प्रयास कर रही है। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व पंजाब में आकर प्रचार तो कर रहा है, लेकिन जो स्थिति पार्टी के सामने आ रही है, उसे देखते हुए पार्टी को अधिक सफलता मिलती नजर नहीं आ रही है। यह सब तो पार्टी के चुनावों से संबंधित एक स्थिति है, लेकिन पंजाब में पार्टी की हालत वैसे भी बेहतर नहीं है, जिस कारण केंद्रीय नेतृत्व पंजाब भाजपा की कार्यशैली तथा वर्कर की नाराजगी से खुश नहीं है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि चुनावों के तुरंत बाद पार्टी में बड़ा बदलाव हो रहा है।
सूत्रों की जानकारी के अनुसार केंद्रीय भाजपा नेतृत्व पंजाब में बड़े स्तर पर बदलाव करने की योजना बना रहा है, जिसके तहत प्रदेश की पूरी टीम बदलने पर विचार हो रहा है। पंजाब में 4 फरवरी को चुनाव होने हैं तथा चुनाव परिणाम 11 मार्च को सामने आएगा। भाजपा से जुड़े सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने 4 फरवरी के तुरंत बाद प्रदेश में बदलाव की योजना बना ली है। प्रदेश में पार्टी की जो हालत है, उसे लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता ङ्क्षचतित तो हैं ही, साथ ही स्थानीय नेताओं की परफार्मैंस से नाखुश भी हैं।
पिछले कुछ दिनों में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली पंजाब के दौरे पर थे। 3 दिन तक रहने के बाद उन्होंने पंजाब में पार्टी की स्थिति को सुधारने की काफी कोशिश की है, लेकिन प्रत्याशियों की बैठकों में वर्करों की गैर-मौजूदगी यह साफ करती है कि पार्टी से वर्कर नाखुश हैं। सूत्र तो यह कहते हैं कि जब तक चुनाव परिणाम आएंगे तब तक पार्टी की तरफ से नई टीम का ऐलान किया जा चुका होगा।
गनमैन रखने की होड़
सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ समय से पंजाब में भाजपा की हालत बद से बदतर हुई है जिसके लिए प्रदेश की मौजूदा इकाई का काफी बड़ा हाथ है। पार्टी में वर्षों से काम कर रहे वर्करों को घर बिठा दिया गया, जबकि कुछ ऐसे लोगों को आगे लाया गया, जिन्हें भाजपा तथा संघ की नीतियों के बारे में न तो कोई जानकारी है और न ही वे इस बार में रुचि रखते हैं। प्रदेश में वे लोग जो आतंकवाद के दौर से अब तक मैदान में डटे रहे हैं तथा बिना किसी वी.आई.पी. कल्चर के जमीनी स्तर पर काम करते रहे हैं, उन्हें तो दरकिनार कर दिया गया, जबकि वे लोग जिन्हें भाजपा की ‘ए, बी, सी’ भी नहीं आती, वे 3-3 गनमैन लेकर वी.आई.पी. कल्चर के साथ पार्टी को ऊपर उठाने का दावा कर रहे हैं।
बढ़ रहा होटल कलच्र
यही नहीं बल्कि पंजाब भाजपा में जमीनी स्तर पर काम करने वाले वर्कर को तो इग्नोर किया जा रहा है, जबकि पार्टी में बाहरी राज्यों से आकर काम कर रहे लोग वी.आई.पी. कल्चर को बढ़ावा दे रहे हैं। पार्टी में जहां वर्कर को साथ जोडऩे के लिए कई काम किए जाते थे, वहीं अब कई नेताओं ने भाजपा में होटल कल्चर लागू कर दिया है तथा पार्टी के आला नेता बड़े-बड़े होटलों के आलीशान कमरों में बैठकर जमीनी स्तर के वर्करों के लिए ड्यूटियां लगाते हैं।