Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Dec, 2017 01:39 PM
नगर निगम रणजीत एवेन्यू कार्यालय में हाजिरी चैकिंग को लेकर सुबह 8.30 बजे विजीलैंस के डी.एस.पी. नवजोत सिंह ने अपने स्टाफ सहित छापा मारा, जिससे निगम कर्मचारियों व अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
अमृतसर (रमन): नगर निगम रणजीत एवेन्यू कार्यालय में हाजिरी चैकिंग को लेकर सुबह 8.30 बजे विजीलैंस के डी.एस.पी. नवजोत सिंह ने अपने स्टाफ सहित छापा मारा, जिससे निगम कर्मचारियों व अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान इंस्पै. जसपिन्द्र सिंह, एस.आई. मंजीत सिंह, ए.एस.आई. तेजिन्द्र बाली, सिकंदर सिंह, शिवदीप सिंह आदि मौजूद थे। ऐसी छापेमारी निगम में पहली बार हुई है।
विजीलैंस के अधिकारियों ने सुबह से लेकर देर शाम तक जहां सारे स्टाफ की लिस्ट मंगवाई, वहीं उन्होंने छुट्टी पर गए कर्मचारी की एप्लीकेशनें भी चैक कीं। सुबह 9 बजे तक निगम में लगभग 100 स्टाफ सदस्य ही समय पर पहुंचे। विजीलैंस ने मुख्य-द्वार का रास्ता खोला व पार्किंग से आने वाली सीढिय़ों पर भी अधिकारी खड़े हो गए, जिससे देर से आने वाले सभी कर्मचारी बहाने करते नजर आए। विजीलैंस ने सभी हाजिरी रजिस्टर अपने कब्जे में लेकर मुख्य-द्वार पर बैठकर सभी कर्मचारियों की हाजिरी लगानी शुरू कर दी। इससे सभी कर्मचारी इतनी सख्ती से से हुई अचानक चैकिंग से घबरा गए। शाम 6 बजे तक दफ्तरों में बैठे रहे।
इस दौरान विजीलैंस के अधिकारियों ने देर शाम तक कर्मचारियों को देरी से आने का कारण पूछा, जिस पर कोई टायर पंक्चर तो कोई बीमारी का बहाना लगाता नजर आया। वहीं नगर निगम रणजीत एवेन्यू कार्यालय में हाजिरी चैकिंग को लेकर सुबह 8.30 बजे विजीलैंस के डी.एस.पी. नवजोत सिंह ने अपने स्टाफ सहित छापा मारा, जिससे निगम कर्मचारियों व अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान इंस्पै. जसपिन्द्र सिंह, एस.आई. मंजीत सिंह, ए.एस.आई. तेजिन्द्र बाली, सिकंदर सिंह, शिवदीप सिंह आदि मौजूद थे। ऐसी छापेमारी निगम में पहली बार हुई है। विजीलैंस के अधिकारियों ने सुबह से लेकर देर शाम तक जहां सारे स्टाफ की लिस्ट मंगवाई, वहीं उन्होंने छुट्टी पर गए कर्मचारी की एप्लीकेशनें भी चैक कीं। सुबह 9 बजे तक निगम में लगभग 100 स्टाफ सदस्य ही समय पर पहुंचे।
विजीलैंस ने मुख्य-द्वार का रास्ता खोला व पार्किंग से आने वाली सीढिय़ों पर भी अधिकारी खड़े हो गए, जिससे देर से आने वाले सभी कर्मचारी बहाने करते नजर आए। विजीलैंस ने सभी हाजिरी रजिस्टर अपने कब्जे में लेकर मुख्य-द्वार पर बैठकर सभी कर्मचारियों की हाजिरी लगानी शुरू कर दी। इससे सभी कर्मचारी इतनी सख्ती से से हुई अचानक चैकिंग से घबरा गए। शाम 6 बजे तक दफ्तरों में बैठे रहे। इस दौरान विजीलैंस के अधिकारियों ने देर शाम तक कर्मचारियों को देरी से आने का कारण पूछा, जिस पर कोई टायर पंक्चर तो कोई बीमारी का बहाना लगाता नजर आया।
निगम अमले की दायित्वहीनता : दनदनाते चुनावी बैनर
नगर निगम कर्मचारियों एवं अधिकारियों की दफ्तर उपस्थिति जांचने के लिए स्टेट विजीलैंस द्वारा आज सुबह की गई रेड में एक सूचना के अनुसार सुबह सवा 9 बजे तक करीब 60 प्रतिशत स्टाफ अपने ऑफिस में उपस्थित नहीं हो पाया था, जिससे दफ्तरी हाजिरी में निगम अमले का फिसड्डीपन साबित तो होता ही है। साथ ही साथ, निगम चुनावों के सम्पन्न होने के करीब 4 दिन बीत जाने के बाद भी नगर के गलियों-बाजारों में दनदनाते चुनावी बैनर व दीवारों पर लगे पोस्टर निगम को दायित्वनिर्वाहन में भी फिसड्डी साबित करते हैं।
कतार में लगवाई हाजिरी
चैकिंग को लेकर निगम कमिश्नर सोनाली गिरि भी खुश दिखीं। उनके एवं ज्वाइंट कमिश्नर द्वारा कई बार चैकिंग की गई, पर कर्मचारी नहीं सुधरे, लेकिन विजीलैंस की सारा दिन चैकिंग के बाद कर्मचारियों ने सुबह समय पर आने का मन बना लिया। कई कर्मचारी इसका विरोध भी करते नजर आए कि जैसे सुबह कतार लगवाकर हाजिरी लगवाई गई जिससे समय में देरी हुई है। विजीलैंस के केवल 2 व्यक्ति ही हाजिरी लगा रहे थे, जिससे देरी हुई है।
प्रधानों की विजीलैंस के आगे निकली प्रधानगी
सुबह से लेकर शाम तक कुछ दिन पहले बना एक प्रधान विजीलैंस अधिकारियों के आगे-पीछे घूमता नजर आया। विजीलैंस अधिकारी जिस आफिस में बैठकर अपनी कार्रवाई एवं कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे थे तो उसका प्रधान उनके आफिस के इर्द-गिर्द ही झांकता नजर आया व अपने कुछ साथियों को आश्वासन देता नजर आया कि वह उनका हाजिरी समय ठीक करवा देगा लेकिन उसकी विजीलैंस टीम के आगे एक न चली।