Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 01:47 AM
एक तरफ जहां पंजाब सरकार की ओर से राज्य भर की कुछ पंचायतों को पिछले 10 सालों के दौरान मिली ग्रांटों की जांच...
मोगा(पवन ग्रोवर): एक तरफ जहां पंजाब सरकार की ओर से राज्य भर की कुछ पंचायतों को पिछले 10 सालों के दौरान मिली ग्रांटों की जांच विजीलैंस विभाग को देने की रणनीति बनाई जा रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार के इस फैसले के सीधे तौर पर विरोध में उतरती वीरवार को यहां पंजाब पंचायत एसोसिएशन ने घोषणा की है कि पंजाब भर की पंचायतें किसी भी हालत में जांच के लिए रिकार्ड विजीलैंस ब्यूरो के अधिकारियों के आगे पेश नहीं करेगी तथा यदि फिर भी सरकार ने विजीलैंस के डंडे से पंचायतों को जलील करना बंद न किया, तो तेज संघर्ष शुरू किया जाएगा।
दूसरी तरफ, पंचायतों ने अपने संघर्ष की शुरूआत गुरदासपुर उप-चुनाव से ही करने के संकेत भी दे दिए हैं, यदि राज्य भर की पंचायतों ने गुरदासपुर में संघर्ष शुरू कर दिया, तो इससे हुक्मरान गुट के लिए नई समस्या खड़ी हो सकती है। वीरवार को यहां जिलाध्यक्ष निहाल सिंह तलवंडी भंगेरिया के नेतृत्व में पंचों-सरपंचों, पंचायत सचिवों, जे.ई. एसोसिएशन, ग्राम सेवक यूनियन की सांझी ने विशाल एकत्रिता को संबोधित करते हुए पंचायत एसोसिएशन पंजाब के अध्यक्ष हरविन्द्र सिंह मावी ने आरोप लगाया कि जब भी कभी पंजाब में सरकार बदलती है, तो सबसे पहले पंचायतों को ही निशाना बनाया जाता है।
राज्य भर की पंचायतें पंचायती एक्ट अनुसार अपने विभाग से आडिट करवाने के लिए पूरी तरह से सहमत हैं, लेकिन यदि सरकार ने विजीलैंस विभाग द्वारा पंचायतों का जांच करवाना बंद न किया, तो पंजाब भर में सरकार का तेज विरोध किया जाएगा। अध्यक्ष गुरजीवन सिंह बराड़ ने कहा कि पंजाब सरकार जानबूझकर पंचायतों के सम्मान पर चोट मारने लगी है। पंचायत अफसर यूनियन पंजाब के अध्यक्ष सुरजीत सिंह राऊके, जिलाध्यक्ष निहाल सिंह तलवंडी भंगेरिया तथा अध्यक्ष सुखजीवन सिंह रौंता ने कहा कि जिस तरह पिछले समय के दौरान पंचायतों ने संघर्ष द्वारा अनेकों मामलों में जीत हासिल की है, उसी तरह यह मामला भी संघर्ष से निपटा जाएगा।