Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 09:48 AM
प्रद्युमन हत्या मामले के बाद अब हर शहर-जिले में जिला प्रशासन कुछ हद तक तो नींद से जागा है।
पटियाला(प्रतिभा): प्रद्युमन हत्या मामले के बाद अब हर शहर-जिले में जिला प्रशासन कुछ हद तक तो नींद से जागा है।
स्कूलों की वैरीफिकेशन का काम शुरू हुआ है पर जो भी कार्रवाई चल रही है, उसे उच्च स्तरीय भी नहीं माना जा सकता। हां इतना कहा जा सकता है कि शुरूआत हुई है और यह नन्हे स्टूडैंट्स की सुरक्षा को देखते हुए ही हो रही है। जिले में भी जिला प्रशासन के तहत चाइल्ड वैल्फेयर डिपार्टमैंट की तरफ सेवैरीफिकेशन का काम हो रहा है। चाहे अब तक सिर्फ स्कूली वाहनों की चैकिंग के नाम पर ही डिपार्टमैंट एक औपचारिकता कर रहा था।
अब चूंकि प्रद्युमन मामला इतना बड़ा हो गया कि अब तो चैकिंग और वैरीफिकेशन करनी जरूरी हो गई। प्रद्युमन मामले के बाद चाइल्ड वैल्फेयर डिपार्टमैंट की अफसर शायना कपूर की अगुवाई में 1000 में से 150 के करीब स्कूलों की वैरीफिकेशन हो चुकी है। इसमें मिडल, हाई, सैकेंडरी, सीनियर सैकेंडरी स्कूल आदि शामिल हैं। ऐसे में डिपार्टमैंट द्वारा जब वैरीफिकेशन शुरू हुई तो जितना भी ब्यौरा सामने आया, उसके मुताबिक किसी भी स्कूल ने दर्जा चार मुलाजिमों की वैरीफिकेशन नहीं की थी और न ही इसकी जानकारी पुलिस या संबंधित डिपार्टमैंट को दी थी।
स्कूलों में स्टाफ बिना वैरीफिकेशन के ही कर रहा है काम
संबंधित डिपार्टमैंट से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में एक हजार के करीब स्कूल हैं। इनमें से 200 स्कूल तो प्री-प्राइमरी और प्राइमरी हैं। बाकी मिडल, हाई, सीनियर सैकेंडरी स्कूल हैं। जब इसके बारे में जानकारी ली गई तो पता चला कि किसी भी स्कूल ने अब तक अपने दर्जा चार मुलाजिमों की वैरीफिकेशन नहीं करवाई हुई थी। यानी स्कूलों में स्टाफ बिना वैरीफिकेशन के ही काम कर रहा है। इस स्टाफ में ड्राइवर, कंडक्टर, माली, सफाई कर्मचारी व अन्य स्टाफ शामिल है।
प्ले स्कूल, प्री स्कूलों के बच्चों के लिए मुश्किल
जहां एक हजार स्कूलों में से किसी भी स्कूल ने वैरीफिकेशन नहीं करवाई हुई थी, वहीं ज्यादा मुश्किल प्ले स्कूल, प्री स्कूलों के बच्चों को है क्योंकि ये बच्चे तो बहुत ही छोटे हैं और ऐसे स्कूलों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इन स्कूलों में 3 साल के नन्हे बच्चे पढऩे के लिए जाते हैं। इसलिए इन स्कूलों के स्टाफ और दर्जा चार मुलाजिमों की वैरीफिकेशन होनी बहुत जरूरी है।
आगामी दिनों में और भी तेजी आएगी
ऐसे में अब चाइल्ड वैल्फेयर डिपार्टमैंट और भी ज्यादा गंभीर हो गया व सिर्फ दर्जा चार ही नहीं बल्कि बाकी स्टाफ की वैरीफिकेशन का काम भी शुरू कर दिया गया है। वहीं अफसरों की मानें तो यह वैरीफिकेशन आने वाले दिनों में और भी तेज हो जाएगी। ताकि जो भी स्कूल रह गए हैं, उन्हें भी कंपलीट किया जा सके।