Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 11:44 AM
हरियाणा के शहर गुरुग्राम में रेयान प्राइवेट स्कूल में एक बच्चे के हुए कत्ल की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था, जिसके बाद समूचे प्राइवेट स्कूलों वाले सुचेत हो गए हैं ताकि फिर कहीं ऐसी घटना न...............
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): हरियाणा के शहर गुरुग्राम में रेयान प्राइवेट स्कूल में एक बच्चे के हुए कत्ल की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था, जिसके बाद समूचे प्राइवेट स्कूलों वाले सुचेत हो गए हैं ताकि फिर कहीं ऐसी घटना न हो परंतु क्या सभी प्राइवेट स्कूल माननीय सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के अलावा सरकार की हिदायतानुसार कानून की पालना करते है। इस बारे पड़ताल करनी अति जरूरी बनती है। मालवा क्षेत्र के चर्चित जिले श्री मुक्तसर साहिब के प्राइवेट स्कूलों में सुरक्षा पक्ष से कैसे प्रबंध किए गए हैं व स्कूलों में रखे गए कर्मचारियों की क्या पूछताछ की जाती है। इस बारे में यह विशेष रिपोर्ट तैयार की गई है।
ये है स्कूलों की संख्या
‘पंजाब केसरी’ की टीम द्वारा एकत्रित की गई जानकारी अनुसार जिला श्री मुक्तसर साहिब के अधीन आते शहरों श्री मुक्तसर साहिब, मलोट, गिद्दड़बाहा, मंडी लक्खेवाली, मंडी बरीवाला व 241 गांवों में लगभग 224 प्राइवेट स्कूल विभिन्न व्यक्तियों द्वारा चलाए जा रहे हैं। इनमें सीनियर सैकेंडरी, हाई व प्राइमरी स्कूल भी शामिल है, जबकि इसके अलावा जिले भर में 84 सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल हैं, 66 सरकारी हाई स्कूल, 59 सरकारी मिडल स्कूल व 328 सरकारी प्राइमरी स्कूल चल रहे हैं। गांव भागसर व फूल्लूखेड़ा में सरकारी मॉडल स्कूल तथा 5 गांवों में सरकारी आदर्श स्कूल भी चलाए जा रहे हैं।
वैरीफिकेशन बारे हमें नहीं आया कोई पत्र :प्रिं. राकेश परूथी
प्राइवेट स्कूलों की जिला स्तर पर बनाई गए संगठन रासा के जिलाध्यक्ष प्रिं. राकेश परूथी से जब प्राइवेट स्कूलों में रखे गए कर्मचारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उक्त स्कूलों में 15-20 वर्ष पुराने रखे कर्मचारी हैं। बसों व अन्य वाहन चलाने वाले ड्राइवरों को स्कूलों द्वारा आई कार्ड बनाकर दिए जाते हैं, जबकि सारे स्टाफ के भी आई कार्ड बनाए गए हैं।
नए कर्मचारी को स्कूल में पूरी जिम्मेदारी पर रखा जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अभी कर्मचारियों की वैरीफिकेशन के बारे में हमें कोई लिखित तौर पर पत्र नहीं आया, जिसके चलते किसी भी कर्मचारी की प्राइवेट स्कूलों वालों ने वैरीफिकेशन नहीं करवाई।
मांगने पर दी जाती है सुरक्षा
पुलिस कर्मचारियों का यह भी कहना था कि कोई भी प्राइवेट या सरकारी स्कूल सुरक्षा मांगता है तो उसे तुरंत सुरक्षा मुहैया करवाई जाती है व पुलिस कर्मचारी को ड्यूटी पर भेजा जाता है, जिनमें महिला पुलिस कर्मचारी भी शामिल हैं।