Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 09:41 AM
गली-मोहल्लों में बिकने वाली सब्जियों की आग उगलती कीमतों को देख अधिकतर परिवार खास तौर पर महिलाएं कुछ पैसे बचाने के चक्कर में कम कीमतों पर सब्जियां खरीदने के लिए बहादर-के रोड स्थित सब्जी मंडी में पहुंचकर मुफ्त में मिलने वाली बीमारियों के घेरे में आ...
लुधियाना (खुराना): गली-मोहल्लों में बिकने वाली सब्जियों की आग उगलती कीमतों को देख अधिकतर परिवार खास तौर पर महिलाएं कुछ पैसे बचाने के चक्कर में कम कीमतों पर सब्जियां खरीदने के लिए बहादर-के रोड स्थित सब्जी मंडी में पहुंचकर मुफ्त में मिलने वाली बीमारियों के घेरे में आ रही हैं क्योंकि मंडी में जगह-जगह फैली गंदगी के कारण यहां से बिना नाक पर रूमाल रखे गुजरना मुश्किल है। ऊपर से मंडी में जगह-जगह पर फैंकी गई गली-सड़ी सब्जियों व जमा गंदे पानी से डेंगू जैसी घातक बीमारी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है।
आढ़तियों की सेहत पर पड़ रहा असर
यहां बताना अनिवार्य रहेगा कि 53 एकड़ में फैली उक्त सब्जी एवं फू्रट मंडी को सरकार द्वारा करोड़ों की लागत से तैयार करवाया गया है। यहां अन्य कई राज्यों से आकर बड़े कारोबारी भी सालाना करोड़ों रुपए का कारोबार कर संबंधित विभाग को लाखों का राजस्व अदा करते हैं लेकिन उचित साफ-सफाई व अधिकारियों की मंडी के प्रति अपनाई जा रही लापरवाही के चलते सब्जी मंडी का माहौल नारकीय बनता जा रहा है। इसका सीधा असर मंडी में सब्जियों का कारोबार कर रहे आढ़तियों की सेहत पर पड़ रहा है।
4 फीसदी देने के बावजूद नहीं नसीब हो रही सुविधाएं
सब्जी मंडी के एक आढ़ती ने बताया कि कारोबारियों द्वारा मंडी बोर्ड से संबंधित अधिकारियों को सब्जियों व फल की बिक्री के तौर पर 4 फीसदी मार्कीट फीस अदा की जाती है। बावजूद इसके यहां कारोबारियों को किसी प्रकार की सुविधाएं नसीब नहीं हो रही हैं। उन्होंने बताया कि मंडी में जो शैड हैं, उसके अतिरिक्त 2 अन्य शैड मंडी बोर्ड द्वारा पास किए गए हैं
जोकि लंबे समय से पैंडिंग पड़े हुए हैं।
खुले में बने शौचालय की हालत खराब
इसके चलते यहां हर समय गंदगी भरा माहौल देखा जा सकता है क्योंकि यहां खुले में बने शौचालय की हालत खराब व टूटी फूटी है। आढ़ती ने बताया कि उन्होंने मंडी बोर्ड के अधिकारियों से मांग की थी कि अगर प्रति 100 दुकानों के बाद 2 गंदगी उठाने वाली गाडिय़ां कर दी जाएं तो किसी भी आढ़ती को मंडी में अपनी गली-सड़ी सब्जियां फैंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मैंने सिविल सर्जन को कहा था
इस संबंध में बात करने पर मंडी बोर्ड के सैक्रेटरी रणजीत सिंह चीमा ने कहा कि उन्होंने मंडी में दवाइयां स्प्रे करने संबंधी कुछ दिन पहले ही सिविल सर्जन को पत्र लिखा था ताकि यहां किसी प्रकार की बीमारियां न फैल सके। वहीं मंडी में पड़ी गंदगी के ढेर संबंधी चीमा ने कहा कि वह तुरंत इस संबंध में मंडी की साफ-सफाई का काम देखने वाली कम्पनी को यहां से गंदगी उठाने व साफ-सफाई करने के बारे में कह रहे हैं।