Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 10:59 AM
वाल्मीकि मजहबी सिख मोर्चा पंजाब के कार्यकर्ताओं की ओर से एस.एस.पी. बटाला के कार्यालय समक्ष पुलिस की धक्केशाही के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया गया जबकि इससे पहले मोर्चा के नेताओं का एक विशाल इकट्ठ सुक्खा सिंह मेहताब सिंह चौक स्थित पार्क में हुआ।
बटाला(बेरी): वाल्मीकि मजहबी सिख मोर्चा पंजाब के कार्यकर्ताओं की ओर से एस.एस.पी. बटाला के कार्यालय समक्ष पुलिस की धक्केशाही के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया गया जबकि इससे पहले मोर्चा के नेताओं का एक विशाल इकट्ठ सुक्खा सिंह मेहताब सिंह चौक स्थित पार्क में हुआ।
तदोपरान्त मोर्चा की ओर से शहर के विभिन्न बाजारों में पुलिस के विरुद्ध रोष मार्च निकालते हुए नारेबाजी की गई।
धरने को संबोधित करते हुए विशेष रूप से पहुंचे पंजाब प्रधान महिन्द्र सिंह हमीरा ने कहा कि गरीबों, दलितों व आम लोगों से सरेआम धक्केशाही हो रही है। पुलिस राजनीतिक लोगों की शह पर गरीब नौजवानों पर केस दर्ज कर रही है।
उन्होंने कहा कि गांव कौड़ा के गरीबों व दलितों की सांझी 10 मरले जमीन पर अतिक्रमण करने वाले व दलितों के घरों की तोडफ़ोड़ करने के साथ-साथ जातिसूचक अपशब्दों का प्रयोग करके गाली-गलौच करने वालों के विरुद्ध पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किया जाना बहुत ही मंदभागी बात है जो गरीब दलितों के साथ सरासर अन्याय है।
हमीरा ने बताया कि इसी तरह गांव कंडीला की दलित महिलाओं हरविंद्र कौर व परमजीत कौर के साथ पुलिस द्वारा की गई मारपीट के मामले में पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आला अधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई न किया जाना सरासर गरीबों के साथ धक्केशाही है। उन्होंने कहा कि पुलिस की कथित धक्केशाही के चलते ही धरना-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
धरनाकारियों द्वारा दिए गए धरने की सूचना मिलते ही एस.एस.पी. उपिन्द्रजीत सिंह घुम्मन ने मोर्चा नेताओं व पीड़ित पारिवारिक सदस्यों को अपने कार्यालय में बुलाया और जत्थेबंदी की बात ध्यान से सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिया कि मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल करने के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी व पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा।